छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: आज बाजार में गलाकाट स्पर्धा है, इसलिए चुनौती भी काफी बड़ी है। इंटरनेट ने ग्लोबल सप्लाई चेन बना दिया है। आज 3.6 बिलियन लोगों के पास मोबाइल फोन है। गूगल के पास हर जानकारी है, लिहाजा हम उस पर निर्भर होते जा रहे हैं। आने वाले दिनों में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। इसकी शुरुआत भी हो गई है। ये बातें मणिपाल ग्लोबल एजूकेशन के चेयरमैन पद्मश्री टीवी मोहनदास पाई ने शनिवार को कहीं। एक्सएलआरआइ-जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट में आयोजित 62वें वार्षिक दीक्षा समारोह को संबोधित करते हुए पाई ने मैनेजमेंट छात्रों को बाहरी दुनिया से अवगत कराया। कहा कि कोयला आधारित ऊर्जा संयंत्र का स्थान सौर ऊर्जा व पवन ऊर्जा समेत गैर-पारंपरिक स्रोत से बिजली उत्पन्न होगी। उसी तरह ऑटोमोबाइल क्षेत्र में भी बड़ा परिवर्तन होने जा रहा है। दुनिया में इलेक्ट्रिक कारों का उत्पादन तेजी से हो रहा है, जो सौर ऊर्जा से चलेंगी। इससे तेल-गैस जैसे ईधन की खपत कम होगी। उत्पादन से लेकर डिजाइनिंग में थ्री-डी प्रिंटिंग का वर्चस्व कायम होगा, तो इलाज भी डीएनए टेस्ट से होगा। कुल मिलाकर 2030 में नई दुनिया दिखेगी। पाई ने कहा कि जैसे-जैसे मशीन का प्रभाव बढ़ता जा रहा है, मानव संसाधन को निगलता जा रहा है।

सफलता के मिले टिप्स

मोहनदास पाई ने जहां मैनेजमेंट छात्रों को वास्तविक दुनिया की जानकारी दी, वहीं उन्हें सफल होने के लिए टिप्स भी दिए। पाई ने कहा कि आप मार्केट के लीडर होंगे, लेकिन इसके लिए तीन बातों को गांठ बांधना होगा। पहला प्रोब्लम सॉल्विंग एटीट्यूड रखें, किसी भी समस्या को हल करने की सोचें, एकबारगी नकारें नहीं। दूसरी बात संस्थान के ढांचे को अपने ढंग से दोबारा सजाने की कोशिश करें, यदि आपको कहीं गड़बड़ी दिखती है तो। तीसरी बात अच्छे लोगों को मैनेज करना सीखें। किस व्यक्ति से कब, कहां और कौन सा काम लिया जा सकता है, उसे पहचान कर उनका उपयोग करें। यदि ये तीन बातें आप जीवन में उतार लेंगे, तो आपको सफल होने से कोई रोक नहीं सकेगा।

25 फीसद पढ़े-लिखे युवा बेरोजगार : नरेंद्रन

एक्सएलआरआइ के निदेशक मंडल के चेयरमैन व टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहा कि आज से 30 वर्ष पहले वे भी मैनेजमेंट के छात्र थे। उस समय से आज के समय में काफी बदलाव हुआ है। वह जब पढ़कर निकले थे, तो दुनिया के बाजार में चीन कहीं नहीं था। चौबीस घंटे टीवी भी नहीं चलती थी। भारत में कंप्यूटर नया-नया आया था। आज परिस्थिति बिल्कुल बदल गई है। देश में आर्थिक असमानता बढ़ी है। 25 फीसद पढ़े-लिखे युवा बेरोजगार हैं। कारपोरेट जगत सब कुछ नहीं कर सकता, लेकिन उसके लिए यही चुनौती भी है। इससे पूर्व उन्होंने कहा कि जब कंप्यूटर आया तो एकबारगी नौकरीपेशा लोग डर गए थे। थोड़ा असर रहा, लेकिन धीरे-धीरे स्थिति ना केवल सामान्य हुई, बल्कि इसी कंप्यूटर ने रोजगार के नए अवसर पैदा कर दिए। अंत में उन्होंने छात्रों से कहा कि आप एक्सएलआरआइ के ब्रांड एंबेसडर बनकर जा रहे हैं। जहां भी जाएंगे, यह टैग आपके साथ होगा। एक्सएलआरआइ का ब्रांड एक दिन में नहीं बना, इसे आप जैसे छात्रों ने ही ख्याति दिलाई है। अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप इस ब्रांड को कितना आगे बढ़ाते हैं।

सर जहांगीर घांदी मेडल से सम्मानित हुए पाई

एक्सएलआरआइ-जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के 62वें दीक्षा समारोह में मणिपाल ग्लोबल एजूकेशन के चेयरमैन पद्मश्री टीवी मोहनदास पाई को 'सर जहांगीर घांदी मेडल फॉर सोशल एंड इंडस्ट्रियल पीस' से सम्मानित किया गया। इस मौके पर एक्सएलआरआइ के चेयरमैन टीवी नरेंद्रन व निदेशक फादर ई। अब्राहम ने मेडल व प्रशस्ति पत्र भेंट किया।