- इनकम टैक्स के छापे में हजार करोड़ की सम्पत्ति पाई गई थी

- विभागीय जांच के भी आदेश देकर जल्द से जल्द अन्य दोषियों को पकड़ने का दिया आदेश

LUCKNOW: सीएम अखिलेश यादव ने आखिर कार नोएडा अथॉरिटी के चीफ इंजीनियर यादव सिंह को सोमवार को सस्पेंड कर दिया। यादव सिंह जाटव के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू करने के आदेश दिये गये हैं। यह जांच नोएडा के सीईओ करेंगे।

दिल्ली में की थी सीएम ने मीटिंग

सोर्सेज की मानें तो सीएम ने यह फैसला संडे को ही कर लिया था जब वह प्राइम मिनिस्टर नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद दिल्ली में ही प्राधिकरण के दूसरे अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने स्थानीय नेताओं से भी पूरी जानकारी हासिल की थी। लखनऊ लौटने के बाद मंडे की सुबह सीएम ने यादव सिंह को सस्पेंड करने के आदेश जारी कर दिये।

दूसरे करोड़पति अधिकारियों पर भी नजर

वहीं, सोर्सेज का कहना है कि सीएम ऑफिस में ऐसे अधिकारियों की भी लिस्ट बनायी जा रही है जिनके पास अथाह सम्पत्ति है। ऐसे लोगों के खिलाफ सीएम खुद इंटरनल तफ्तीश करा रहे हैं। उन्होंने ऐसे अधिकारियों और अपने ही पार्टी के नेताओं की लिस्ट बनाने को कहा है जो सरकार की इमेज खराब कर रहे हैं।

एक हफ्ते बाद लिया डिसीजन

प्रदेश सरकार को यह डिसीजन लेने में एक हफ्ते का समय लग गया। यादव सिंह उस वक्त चर्चा में आ गये थे जब इंकम टैक्स डिपार्टमेंट ने छापेमारी कर हजार करोड़ रुपये की ब्लैक मनी होने का दावा किया था। यादव सिंह के घर से इंकम टैक्स डिपार्टमेंट को करोड़ों रुपये कैश और भारी मात्रा में डायमंड और गोल्ड बरामद किया था। इसके अलावा यादव सिंह के घर से मिले डॉक्यूमेंट में भी कई अहम जानकारी इंकम टैक्स डिपार्टमेंट को लगी थी जिसके बाद ईडी ने भी कार्रवाई शुरू की थी। सोर्सेज की मानें तो जांच अधिकारी यादव सिंह के एक के बाद एक कई प्रमोशन के बारे में भी जानकारी जुटा रहे हैं और उससे सम्बंधित पेपर्स भी खंगाले जा रहे हैं।