MATHURA (3 Jan.): पंजाब के पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले के बाद खुफिया एजेंसियों ने राज्य सरकार को आगाह किया है। मथुरा और वृंदावन के प्रमुख धार्मिक स्थलों के साथ एक्सप्रेस वे पर वीआईपी या विदेशी यात्रियों के वाहनों को हाईजेक करने की आशंका जताई गई है। इंटेलीजेंस एजेंसियों से ऐसे इनपुट मिलते ही स्थानीय पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया है।

पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमला होने के दौरान केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने दिए इनपुट में श्रीकृष्ण जन्मभूमि से ज्यादा खतरा अब वृंदावन को होने की आशंका जताई है। वृंदावन में इस्कॉन मंदिर और ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर की सुरक्षा पर भी खुफिया एजेंसियों ने सवाल खड़े किए हैं। यमुना एक्सप्रेसवे से गुजरने वाले वीआईपी या विदेशी यात्रियों के वाहनों को हाईजेक करने या फिर उन्हें निशाना बनाए जाने की संभावनाओं से भी खुफिया एजेंसियों ने इंकार नहीं किया है। वृंदावन के साथ-साथ गोवर्धन और गोकुल को सॉफ्ट टारगेट बताया गया है।

आतंकी संगठनों के अगले टारगेट में मथुरा के शामिल होने को लेकर सुरक्षा एजेंसियों की ¨चता बढ़ गई है। अब उन्हें आईएसआई एजेंट मोहम्मद एजाज के मथुरा में करीब छह महीने तक गुजारने की भनक न लगने को लेकर स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों की नाकामी याद आ रही है। आईएसआई के इशारे पर उसके एजेंट मोहम्मद एजाज पहले ही मथुरा की अहम जानकारियां एकत्र करके अपने आकाओं तक पहुंचा चुका है। मेरठ में गिरफ्तार किए गए एजाज ने पूछताछ में स्पेशल टॉस्क फोर्स के सामने यह राज उगला था।

दरअसल, मथुरा में स्थायी सुरक्षा समिति की मासिक और त्रैमासिक बैठकें होती हैं। त्रैमासिक बैठक में पुलिस और अ‌र्द्ध सैनिक बल के आला के अधिकारी हिस्सा लेते हैं। हालात और वर्तमान परिस्थितियों की समीक्षा भी की जाती है। सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक उपकरण शासन से मांगे जा रहे हैं। सुरक्षा उपकरणों की खरीद-फरोख्त के लिए स्थानीय प्रशासन बजट न मिलने का रोना रो रहा है। असलियत यह है कि, करीब एक साल पहले स्थायी सुरक्षा समिति ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि के साथ-साथ रिफाइनरी और वृंदावन के मंदिरों की आकाश से निगरानी कराने के लिए ड्रोन मांगे थे। सूत्रों के अनुसार, ड्रोन के प्रस्ताव पर शासन ने अभी तक अपनी मोहर नहीं लगाई है।

इधर, यमुना एक्सप्रेसवे पर होकर गुजर रहे वीवीआईपी और विदेशी यात्रियों की सुरक्षा को लेकर पिछले साल सुरक्षा के लिए किया गएया बंदोबस्त को भी हटा लिया गया है। एक्सप्रेस वे की मथुरा सीमा पर तत्कालीन एसएसपी मंजिल सैनी ने गांव खंदौली के समीप अस्थायी पुलिस चौकी स्थापित की थी। एक्सप्रेसवे से गुजरने वाले वीवीआईपी और विदेशियों की सुरक्षा को लेकर ये इंतजाम किए गए थे। अब ये चौकी कागजों पर चल रही है। यमुना एक्सप्रेस-वे पर सुरक्षा के लिए मांट टोल प्लाजा पर ही पुलिस चौकी है। खंदौली बॉर्डर पर कोई अस्थायी पुलिस चौकी नहीं है। डॉ। राकेश सिंह, एसएसपी ने कहा कि प्रमुख मंदिरों की भी सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से मजबूत है। जिले में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम हैं। 24 घंटे पुलिस गश्त कर रही है। साथ ही संदिग्ध वाहन और व्यक्तियों की चे¨कग कराई जा रही है।