- गोरखपुर में सूचना पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर

- परिजनों को भी दे दी गई है सूचना, विशेष विमान ने डेड बॉडी पहुंची दिल्ली

- विशेष टीम की निगरानी में होगा अंतिम संस्कार

GORAKHPUR:

गुलरिहा एरिया के भटहट का रहने वाला युवक बाबूराम साउथ अफ्रीका में यलो फीवर का शिकार हो गया। खबर गोरखपुर पहुंचते ही सीएमओ स्तर पर स्वास्थ्य विभाग की टीम को अलर्ट कर दिया गया। साथ ही एक टीम भी गठित की गई। साउथ अफ्रीका से विमान द्वारा उसकी डेड बॉडी डॉक्टर्स की विशेष टीम की निगरानी में लायी जा रही है। दिल्ली से डॉक्टर्स की टीम के साथ विशेष विमान द्वारा गुरुवार को गोरखपुर पहुंचेंगे। इसके लिए एहतियात तौर पर फैमिली मेंबर्स को भी जानकारी दी गई है।

आज आएगी डेड बॉडी

गुलरिहा एरिया के भटहट निवासी बाबू राम यादव साउथ अफ्रीका नौकरी के लिए गए थे। वहां अचानक यलो फिवर महामारी के चपेट में आ गए। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। काफी मशक्कत के बाद उसकी बॉडी को भारत भेजा गया है। यलो फीवर संक्रमण के खतरे को भांपते हुए एक ताबूत में सील बंद डेड बॉडी का रखी गई है। बताया जा रहा है कि अगर ताबूत को खोल दिया गया तो संक्रमण फैल सकता है। एहतियातन पुलिस को भी सूचना दे दी गई है।

वर्जन

यलो फीवर टीसीटीसी मक्खी के काटने से होता है। यह बेहद ही खतरनाक बीमारी होती है। यह बीमारी अपने देश में नहीं है। साउथ अफ्रीका में इसका प्रकोप ज्यादा है। वहां जाने वाले लोगों को यलो फीवर की वैक्सीन लगती है, लेकिन उस युवक को नहीं लगी थी। विमान द्वारा सील बॉडी भेजी जा रही है। इसकी जानकारी भटहट के स्वासथ्य विभाग और पुलिस को दे दी गई है। साथ ही परिजनों को भी एहतियात बरतने को कहा गया है।

-रविंद्र कुमार, सीएमओ