ऋषिकेश, पर्यटन मंत्रालय के सहयोग से ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन में ऑर्गेनाइज 30वें अन्तरराष्ट्रीय योग महोत्सव के दूसरे दिन देश-विदेश के साधकों ने योग के गूढ़ रहस्य जाने। वे इंडियन कल्चर से भी रूबरू हुए और होली के रंगों में सराबोर दिखे। इसके साथ ही व‌र्ल्ड फेमस ड्रमर शिवमणि ने भी अपने इंस्ट््रूमेंटल म्यूजिक से योग साधकों को रूबरू कराया।

योग, साधना के जाने रहस्य

सैटरडे को योग महोत्सव में होलिका रंग महोत्सव की धूम रही। ड्रमर शिवमणी की मनमोहक प्रस्तुति पर सभी योगाचार्य व योग साधक झूमते दिखे। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने विश्व शान्ति की प्रार्थना व विशेष ध्यान करवाते हुये होली पर्व व रंगों का आध्यात्मिक महत्व बताया। योग महोत्सव में दूसरे दिन का आगाज विश्व के विभिन्न देशों से आये आदिवासी और जनजाति के प्रमुखों ने स्वेट लॉस साधना के साथ किया। योगाचार्य साध्वी आभा सरस्वती ने पारम्परिक हठ योग, सेक्रेड सांउंड ही¨लग, मिशेल बूटोन वृंदा देवी व डॉ। ईडन गोल्डमैन ने सुद योर इंसाइडस्-माइंडफुलनेस, मेडिटेशन, प्राणायाम और योगिक स्टोरी टे¨लग का अभ्यास कराया। अमरीका की आनन्द्रा जार्ज ने गंगा के तट पर सूर्योदय के साथ नाद योग संगीत ध्यान कराया। अमरीका से आये योगाचार्य टॉमी रोजन ने रिवर ऑफ क्रिया पर ध्यान कराया। योग घाट पर अमरीका से आयी योग के क्षेत्र में सुपरपावर सुश्री शॉन कॉर्न ने जागृति योग का का अभ्यास कराया। इस अवसर पर योगाचार्य करेन न्यूमैन, जय हरि सिंह, डॉ जी एस गुप्ता ने भी साधकों को विभिन्न योगिक क्रियाओं की जानकारी दी।