मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को विधान परिषद में दो टूक कहा कि प्रदेश में अपराधों की रोकथाम के लिए एनकाउंटर्स का सिलसिला नहीं थमेगा। योगी इतने पर ही नहीं रुके और विपक्ष पर अपराधियों के प्रति सहानुभूति जताने का आरोप लगाते हुए कहा कि 'यह सबको पता है कि अपराधियों को संरक्षण कौन देता था। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग जनता के प्रति जवाबदेही के बजाय अपराधियों के प्रति सहानुभूति जता रहे हैं। यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है'। योगी विधान परिषद के सभापति द्वारा नोएडा में हुए तीन एनकाउंटर्स की सीबीआई से जांच कराने के आदेश पर बोल रहे थे।

 

नोएडा की घटना पुलिस मुठभेड़ नहीं

योगी ने शून्यकाल के दौरान भाजपा एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह के व्यवस्था के सवाल पर कहा कि नोएडा की घटना पुलिस मुठभेड़ नहीं थी। इसकी सीबीआई जांच कराना हमारे अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। कहा कि यह सदन संवैधानिक प्रावधानों से चलाया जाना चाहिए न कि बाहरी ताकतों से। सीबीआई केंद्र सरकार के अधीन कार्य करती है। हम विधानसभा में बैठकर यदि दिल्ली व बिहार के बारे में कोई निर्णय देंगे तो हंसी का पात्र बनेंगे। पीठ से ऐसा निर्णय नहीं होना चाहिए जिससे उच्च सदन हंसी का पात्र बने। पीठ को इस पर विचार करना चाहिए। वहीं सपा के सदस्यों ने कहा कि अगर पीठ के आदेशों पर ही सवाल उठाए जाएंगे तो हम लोग कहां जाएंगे। नेता विरोधी दल अहमद हसन ने कहा कि पीठ ने सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं, अब सरकार चाहे तो इसकी सिफारिश करे अथवा नहीं। योगी ने कहा कि सरकार और पुलिस प्रदेश के 22 करोड़ लोगों को सुरक्षा देने के लिए काम कर रही है, इस पर सवाल न उठाया जाए।

 

नेता विरोधी दल बेहतर जानते हैं

योगी ने कहा कि अपराधों को संरक्षण कौन देता है, यह नेता प्रतिपक्ष से अच्छा कौन जानता है। वह आईपीएस भी रहे हैं। जब से प्रदेश में हमारी सरकार बनी है तब से अब तक 1200 एनकाउंटर हुए हैं। इनमें 40 से ज्यादा दुर्दात अपराधी मारे गए हैं। यह सिलसिला थमेगा नहीं आगे भी जारी रहेगा। महिलाओं के साथ गैंग रेप, हत्या, लूट व डकैती जैसे अपराध होंगे तो सरकार अपराधियों को कुचलने का हर संभव प्रयास करेगी। सभापति रमेश यादव ने सरकार व विपक्ष की बातें सुनने के बाद सीबीआई जांच के पुनर्विचार का निर्णय सुरक्षित कर लिया।


विधानसभा में भी सीबीआई जांच की मांग

वहीं दूसरी ओर विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने कहा कि पुलिस फर्जी मुठभेड़ कर रही है। कहा कि अगर सभी मुठभेड़ की सीबीआई जांच हो जाए जो दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा। मुख्यमंत्री अपराध कम करना चाहते हैं लेकिन जब भी पुलिस को खुली छूट मिलती है तो सरकारों की ऐसी की तैसी हो जाती है। उन्होंने विधान परिषद सभापति द्वारा तीन मुठभेड़ की सीबीआई जांच के आदेश का जिक्र करते हुए कहा कि अपराधी को कोई पसंद नहीं करता लेकिन, इस देश का कानून किसी को सीधे जान मारने का अधिकार नहीं देता है। तंज कसते हुए कहा कि डीजीपी को पुलिस की सुरक्षा पर विश्वास नहीं है, इसलिए उन्होंने खुद कहा कि हमारी सुरक्षा कमांडो करेंगे। मुख्यमंत्री, डीजीपी और दोनों उप मुख्यमंत्रियों की सुरक्षा कमांडो करेंगे तो बाकी लोग कैसे रहेंगे। उन्होंने योगी के बंदूक का जवाब बंदूक से दिये गए बयान पर भी तंज किया और कहा कि ऐसी बात आपके पद के लिये शोभा नहीं देती है।

फैक्ट फाइल

1200 मुठभेड़

40 बदमाश ढेर

303 बदमाश घायल

2835 बदमाश अरेस्ट

04 पुलिसकर्मी शहीद

257 पुलिसकर्मी घायल