- संत के दर पर पहुंचे महंत ने खोला अयोध्या एजेंडा,

-डोमरी पहुंचे सीएम योगी ने कहा, अयोध्या से होगी राम के नाम पर कई धार्मिक कार्यक्रमों की शुरुआत

- इलाहाबाद में होगा 2019 का कुंभ, तैयारियों की जल्द होगी शुरुआत

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हमें इस बात की चिंता नहीं कि कोई हमें साम्प्रदायिक कहता है। हमने अयोध्या में दिवाली मनाने की ठानी और इसे पूरा किया। ये बातें बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने बनारस दौरे के दौरान उस वक्त कहीं, जब वो डोमरी में चल रही रामकथा मानस मसान में पहुंचे थे। वहां पहुंचे सीएम योगी ने मोरारी बापू को प्रणाम कर कथा का श्रवण तो किया ही साथ में जाते-जाते मंच से राम के नाम पर अयोध्या का पुराना राग छेड़ गए। उन्होंने इशारे-इशारे में ये भी कह दिया कि अयोध्या सरकार के एजेंडे में है और यहां से राम के नाम पर कई बड़े धार्मिक आयोजनों की शुरुआत प्रदेश में होगी।

बापू ने कहा साधुवाद है आपको

सीएम योगी आदित्यनाथ करीब एक बजकर पांच मिनट पर डोमरी स्थित रामकथा स्थल पर पहुंचे थे। साथ में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पाण्डेय भी थे। योगी ने मंच पर आते ही मोरारी बापू को गेरुआ अंगवस्त्र देकर उनको प्रणाम किया। बापू ने भी योगी को अंगवस्त्रम देकर उनका स्वागत करते हुए उन्हें राम की जन्मस्थली अयोध्या में अद्भुत दिवाली मनाने के लिए साधुवाद दिया। कथा खत्म होने के बाद योगी ने मंच से ही अपना सम्बोधन करते हुए अयोध्या में मनाई गई दिवाली पर विपक्षी दलों की प्रतिक्रियाओं पर सीधे तो नहीं लेकिन बातों बातों में ये जवाब दे दिया कि हमें इससे कोई सरोकार नहीं कि लोग हमें साम्प्रदायिक कहते हैं। उन्होंने अयोध्या में मनाई गई दिवाली को लेकर कहा, ये काम कठिन था लेकिन हमारी सरकार ने इस चुनौती को स्वीकार किया। एक बार ये सवाल उठा कि सरकार के इस आयोजन में शामिल होगी तो उसे साम्प्रदायिक कहा जायेगा लेकिन हमने इसकी परवाह नहीं की।

अयोध्या से होगी रामायण मेले की शुरुआत

रामजन्म भूमि अयोध्या में ग्रैंड दिवाली मनाये जाने के बाद भी यूपी सरकार अयोध्या को भूलेगी नहीं बल्कि यहां से राम से जुड़े कई धार्मिक आयोजनों की शुरुआत होगी। ये घोषणा भी योगी ने डोमरी से कर दी। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने प्रदेश में लगने वाले रामायण मेले को बड़े हल्के रुप में कर दिया था लेकिन हमारी सरकार अयोध्या से इस मेले को वृहद रुप में प्रदेश भर में करेगी। इसके लिए अयोध्या में चार देशों से रामलीला के कलाकारों संग अलग-अलग भाषाओं में लिखी गई रामचरित मानस पर चर्चा परिचर्चा का भी आयोजन होगा। योगी ने अपने सम्बोधन में कहा कि काशी से राम का पुराना नाता है। यही पर गोस्वामी जी ने रामचरित मानस की रचना की थी। इसलिए रामकथा वो भी संत मोरारी बापू के श्रीमुख से काशी में होना ये यहां की नहीं बल्कि प्रदेश के लोगों के लिए सौभाग्य की बात है। सीएम ने कहा कि बगैर राम के भारत की कल्पना संभव नहीं है क्योंकि मिलने पर राम-राम, अंतिम वक्त में राम और तो और किसी काम की शुरुआत में जय श्री राम कहा जाता है।

कुंभ से पहले गंगा करनी है साफ

सीएम योगी ने अपने भाषण के दौरान ये भी कह दिया कि 2019 में इलाहाबाद में कुंभ होने वाला है। इसके लिए हम सभी को अभी से गंगा को अविरल और निर्मल करने की ठान लेनी है। उन्होंने कहा कि जल्द ही कुंभ को लेकर तैयारियां भी शुरू हो जायेंगी।