यूपी में योगी, केशव और दिनेश

योगी यूपी के सीएम, केशव और दिनेश डिप्टी सीएम

- विधायकों की बैठक में योगी को सीएम बनाने का प्रस्ताव मंजूर

- योगी के अनुरोध पर केंद्रीय नेतृत्व ने दो डिप्टी सीएम बनाने की सहमति दी

- कल पीएम मोदी की मौजूदगी में लेंगे शपथ, मंत्रियों के नामों का ऐलान कल

विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत मिलने के बाद बहुप्रतीक्षित मुख्यमंत्री के चेहरे का ऐलान भी हो गया। भाजपा और उसके सहयोगी दलों के विधायकों की बैठक में गोरखपुर से सांसद योगी आदित्यनाथ को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया। योगी आदित्यनाथ ने इसके बाद अपने संबोधन में सरकारी कामकाज में सहयोग के लिए दो डिप्टी सीएम बनाने की अनुमति मांगी जिसे भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने मंजूर कर लिया। इसके बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य और राजधानी के मेयर डॉ। दिनेश शर्मा को डिप्टी सीएम बनाने का भी ऐलान कर दिया गया। इसके बाद योगी आदित्यनाथ राजभवन रवाना हो गये जहां उन्होंने राज्यपाल राम नाईक के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया।

कल पीएम की मौजूदगी में शपथ

योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम रविवार को दोपहर 2.15 बजे आशियाना स्थित स्मृति उपवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस अवसर पर भाजपा और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और विभिन्न राज्यों के राज्यपालों को भी आमंत्रित किया गया है।

अचानक रेस से बाहर हुए सिन्हा

शनिवार सुबह से ही यूपी के सीएम चेहरे को चुनने के लिए दिल्ली से लेकर लखनऊ तक सियासी सरगर्मियां बढ़ती जा रही थी। सीएम पद की रेस में आगे चल रहे केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा के दोपहर में अचानक रेस से बाहर होने के संकेत मिलने लगे। वहीं विधायक दल की बैठक आयोजित कराने पर्यवेक्षक की भूमिका में आए केंद्रीय मंत्री वैंकैया नायडू और वरिष्ठ नेता भूपेंद्र यादव ने वीवीआईपी गेस्ट हाउस में विधायकों से सलाह-मशविरा करना शुरू कर दिया। दूसरी ओर योगी आदित्यनाथ को दिल्ली बुला लिया गया जहां अमित शाह ने उनसे बात की। इसके बाद योगी के सीएम बनने की चर्चा तेज होती चली गयी। इसके बाद शाम चार बजे प्रस्तावित विधायकों की बैठक में योगी आदित्यनाथ, केशव मौर्य, दिनेश शर्मा, कलराज मिश्र, वैंकैया नायडू, भूपेंद्र यादव समेत तमाम नेता पहुंचने लगे।

11 विधायकों ने किया प्रस्ताव

विधायकों की बैठक शुरू होने से पहले योगी आदित्यनाथ को सीएम और केशव मौर्य व दिनेश शर्मा को डिप्टी सीएम बनाने के संदेश सोशल मीडिया पर फैलने लगे। तय स्क्रिप्ट के तहत विधायकों की बैठक करीब 5.30 बजे शुरू हुई जिसमें वैंकैया नायडू ने मुख्यमंत्री के नाम का प्रस्ताव रखने की बात कही। इसके बाद सुरेश खन्ना, स्वामी प्रसाद मौर्य, एसपी बघेल, वीरेंद्र सिरोही, मुकुट बिहारी वर्मा समेत 11 विधायकों ने योगी आदित्यनाथ को सीएम बनाने का प्रस्ताव दिया, जिसके बाद सभी विधायकों ने अपनी जगह पर खड़े होकर तालियों के साथ इसका समर्थन कर दिया। इसके बाद वैंकैया नायडू ने अमित शाह को मैसेज कर योगी आदित्यनाथ को चुने जाने की जानकारी दी। वहीं योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में विधायकों को धन्यवाद देने के साथ कहा कि यूपी बड़ा प्रदेश है लिहाजा उसे संभालने के लिए दो वरिष्ठ साथियों को साथ जोड़ने की अनुमति दी जाए। इसके बाद वैंकैया नायडू ने फोन पर अमित शाह से इस बाबत चर्चा की और संसदीय बोर्ड से इसकी मंजूरी मिलने पर योगी आदित्यनाथ से नाम सुझाने को कहा गया। इस पर योगी ने केशव मौर्य और डॉ। दिनेश शर्मा को डिप्टी सीएम बनाने का प्रस्ताव रखा जिसे सर्वसम्मति से मंजूर कर लिया गया।

लोक भवन में गूंजा जय श्री राम

इससे पहले योगी आदित्यनाथ के लोक भवन आते ही एनएसजी और बीएसएफ के सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें घेर कर हॉल के भीतर पहुंचाया। इस दौरान उनके समर्थक लगातार नारेबाजी करते रहे। वहीं विधायक दल की बैठक खत्म होने के बाद योगी के समर्थकों ने लोक भवन में जय श्री राम, भारत माता की जय के नारे लगाने शुरु कर दिये। योगी को बमुश्किल बाहर लाकर पहले से तैयार सीएम फ्लीट पर बैठाया गया जिसके बाद उनका काफिला राजभवन की ओर रवाना हो गया। राजभवन में उन्होंने तमाम वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में राज्यपाल को सरकार बनाने का दावा पेश किया।

कई राज्यों में हैं डिप्टी सीएम

यूपी में दो डिप्टी सीएम बनाने का अप्रत्याशित फैसला माना जा रहा है लेकिन देश के कई अन्य राज्यों में यह परंपरा चली आर रही है। इससे पहले महाराष्ट्र में शिव सेना और भाजपा गठबंधन की सरकारों में यह चलन रह चुका है। वहीं हाल ही में जम्मू व काश्मीर में पीडीपी के साथ गठबंधन कर बनाई गयी सरकार में भी भाजपा का डिप्टी सीएम है। उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी ने भी दिल्ली में सरकार बनाने के बाद मनीष सिसौदिया को डिप्टी सीएम बनाया था। वहीं बिहार में भी तेजस्वी यादव बतौर डिप्टी सीएम कार्य कर रहे हैं। वहीं जानकारों की मानें तो यूपी की आबादी और क्षेत्रफल को देखते हुए दो डिप्टी सीएम का फैसला सही है।

मैं पीएम मोदी, अमित शाह और संसदीय बोर्ड के सभी सदस्यों का आभारी हूं जिन्होंने मुझे इस योग्य समझा। पीएम मोदी के सबका साथ सबका विकास का उद्देश्य पूरा करने में सफल होना मेरी पहली प्राथमिकता है। यूपी में अब सुशासन होगा।

-योगी आदित्यनाथ, सीएम

पार्टी के निर्णय का पालन करना मेरा दायित्व है। पार्टी के इस फैसले से मुझे खुशी हुई है। कल शपथ ग्रहण समारोह के बाद ही मैं अपनी प्राथमिकताएं बताऊंगा।

-केशव मौर्य, डिप्टी सीएम