दुर्गा पूजा मेला में नहीं दिखेगा कोई वर्दीधारी! पुलिस बल के सहारे ही सिक्योरिटी नहीं होगी क्लोज सर्किट कैमरे और पुलिस बल के सहारे ही सिक्योरिटी नहीं होगी, बल्कि भीड़ के बीच में सादे लिबास में कुछ चेहरे होंगे जो पुलिस के लिए काम करेंगे। यह आप भी हो सकते हैं और पुलिस वाले भी। पटना पुलिस ने इसके लिए हर थाने को कहा है कि वो अपने यहां ऐसे लोगों को तैयार रखें, जो पूजा पंडाल से लेकर मेला के दौरान सड़कों पर भीड़ से नजर रखें। पटना पुलिस मानती है कि वर्दी वाले या फिर कैमरे की नजर से बचना तो मुश्किल है। लेकिन सादे लिबास के सामने से निकल पाना नामुमकिन है। चप्पे-चप्पे पर सिक्योरिटी किसी भी तरह के रिस्क फैक्टर में सादे लिबास में लोगों को लगाया ही जाता है। ताकि किसी भी तरह की घटना को अंजाम देने वालों को ऑन द स्पॉट पकड़ा जा सके। पटना पुलिस अपने कई केसेज को अंजाम देने के लिए सादे लिबास में ही पुलिसवालों को भेजती है। जो चाय-पान की दुकान से लेकर होटल और रेस्टोरेंट के आसपास रहते हैं और किसी भी तरह की अनहोनी की फौरन पुलिस को सूचना देता है। इस बार भी भीड़ के बीच में सादे लिबास में जवान होंगे, ताकि आम पब्लिक को पुलिस का डर ना लगे और असामाजिक तत्वों के मंसूबे फेल हो जाएं। लेडी पुलिस भी होगी तैनात पूजा पंडाल समिति के वॉलिंटियर के साथ-साथ पुलिस एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से लेडी और जेंट्स पुलिस की तैनाती भी की जाएगी। लेडी पुलिस का काम होगा पूजा पंडाल में आने वाली महिलाएं और महिला चोरों पर नजर रखने के साथ ही किसी भी तरह की गड़बड़ी होने पर तत्काल उसकी सूचना अपने दूसरे कर्मी को दें। जबकि युवाओं की भीड़ के लिए नए एज के पुलिस कर्मी की तैनाती होगी। ये जवान मनचलों को पकड़कर पुलिस वैन में डालेंगे.
- पंडाल के आसपास की बड़ी बिल्डिंग से रखी जाएगी नजर।
- पूजा पंडाल समिति की ओर से भी वॉलिंटियर्स की व्यवस्था
- हर तरफ क्लोज सर्किट कैमरे लगाए जाएंगे।
- पंडाल के अंदर और बाहर दोनों जगहों की होगी मॉनिटरिंग।
- पंडाल के आसपास थाना और पुलिस कर्मी का नाम टंगा होगा।
- शास्त्रीनगर, कोतवाली, कदमकुआं, कंकड़बाग, पत्रकार नगर और पटना सिटी थाना पर विशेष नजर।