उत्तराखंड को निर्वाचन आयोग से मिलेंगी 925 वीवीपीएटी से युक्त ईवीएम, कुछ सेकेंड के लिए डिस्पले होगा वोट।

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- अपने वोट को लेकर और ज्यादा इत्मिनान कर पाएगा उत्तराखंड का वोटर

- फिलहाल तीन मैदानी जिलों में ही वोटरों को प्रदान की जाएगी ये सुविधा।

DEHRADUN: आप वोट कास्ट करते हुए यदि आशंकित रहते हैं कि आपका वोट आपके पसंद के उम्मीदवार से इतर किसी और को तो नहीं चला गया, तो अब बेफ्रिक हो जाइए। इस बार के विधानसभा चुनाव में चुनाव आयोग ऐसा इंतजाम करने जा रहा है, जो कि आपके वोट से जुडे़ यकीन को पुख्ता कर देगा। यानी जहां आप चाहते हैं, वहीं पर आपका वोट पडे़गा। वो भी आपके पूरी तरह से आश्वस्त हो जाने के बाद।

दरअसल, ये सब संभव होगा उत्तराखंड को ईवीएम के साथ अटैच होने वाले वीवीपीएटी से। वीवीपीएटी यानी वोटर वैरिफाइवल पेपर ऑडिट टै्रल। ईवीएम के साथ ये उपकरण अटैच रहेगा। जब आप वोट कास्ट करेंगे, तो कुछ सेकेंड के लिए आपका वोट डिस्पले होगा। इससे आप आश्वस्त हो सकेंगे कि आप जहां चाह रहे हैं, वहीं पर आपका वोट जा रहा है। इससे पहले कई बार वोटरों में ये गलतफहमी देखने को मिली है, कि उसका वोट ऑटोमेटिकली किसी दूसरे उम्मीदवार के पक्ष में चला गया है। इस तरह की बातों पर ब्रेक लगाने के लिए चुनाव आयोग अब वीवीपीएटी को लेकर आया है। उत्तराखंड को इस बार 9ख्भ् वीवीपीएटी मिल रहे हैं।

तीन जिलों में ही फिलहाल सुविधा

-इस बार के विधानसभा चुनाव में तीन जिलों में ही इस सुविधा का वोटरों को लाभ मिल पाएगा। ये तीन जिले हैं देहरादून, हरिद्वार और यूएसनगर। इन जिलों मे भी मैदानी और तराई के क्षेत्रों के वोटरों को ही ये सुविधा प्रदान की जाएगी।

केरल जाएगी उत्तराखंड की टीम

-बहुत जल्द उत्तराखंड की टीम केरल जाएगी और वहीं से वीवीपीएटी उपकरण लाए जाएंगे। केरल अपने यहां सफलतापूर्वक ये प्रयोग कर चुका है। उत्तराखंड की टीम इसके प्रयोग से संबंधित जानकारी भी हासिल करेगी।

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-ख्0क्7 के चुनाव में वीवीपीएटी का प्रयोग हम कुछ बूथों पर करेंगे। तीन जिलों के बूथ ही इसके लिए चयनित किए जाएंगे। वोटिंग सिस्टम को और कारगर बनाने में इससे मदद मिलेगी।

-राधा रतूड़ी, मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उत्तराखंड।