हर साल गर्मियों में इस स्विमिंग पुल में तैराकी करने का मन यहां से गुजरने वाले कितने ही लोगों का करता होगा, लेकिन इस स्विमिंग पुल में तैरने की ख्वाहिश चाहते हुए भी कई लोगों की पूरी नहीं हो पाती है।

तैराकी में परेशानी

ओलंपिक साइज के इस स्विमिंग पुल की शुरुआती गहराई ही छह फीट है। ऐसे में अगर कोई इस स्विमिंग पुल में तैराकी सीखना चाहता है, तो ये सपना उसका पूरा नहीं हो सकता है। इस स्विमिंग पुल में केवल तैरना जानने वाले ही तैराकी कर सकते हैं। ऐसे में जो तैराकी नहीं जानते हैं, वो इस स्विमिंग पुल में तैरना नहीं सीख सकते हैं।

कैसे हल हो परेशानी

दरअसल, ओलंपिक साइज के स्विमिंग पुल के साथ ही तैराकी सीखने के लिए भी एक छोटा स्विमिंग पुल बनाया जाता है, लेकिन स्टेडियम में बने इस स्विमिंग पुल के साथ छोटा स्विमिंग पुल प्रस्तावित तो था, लेकिन उसे बनाया नहीं गया। जिसकी वजह से ये परेशानी आ रही है।

कम होती संख्या

साल दर साल इस स्विमिंग पुल में तैराकी करने वालों की संख्या घटती जा रही है। इसकी वजह यही है कि यहां पर तैरना जानने वाले ही तैराकी कर सकते हैं। एक सीजन में लाइफ सेवर नहीं होने के कारण भी स्विमिंग पुल बंद रहा था।

खर्चा नहीं निकल पाता

स्विमिंग पुल में तैरने वालों की संख्या कम होने की वजह से स्विमिंग पुल का खर्चा भी नहीं निकल पाता है। स्टेडियम प्रशासन को स्विमिंग पुल ठीक समय पर शुरू कराने के लिए उधार पैसे भी लेने पड़ते हैं।

"ये सही है कि स्विमिंगपुल के बराबर में एक छोटा स्विमिंग पुल होना चाहिए, लेकिन अब इसके नहीं होने की वजह से तैराकी सीखने की इच्छा रखने वाले तैराकी नहीं सीख सकते हैं."

-एलआर पटेल, आरएसओ