मॉलरोड से गुजरते वक्त उन्होंने बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) के एटीएम से 8400 रुपए निकालने की कोशिश की लेकिन ट्रांजेक्शन डिक्लाइन हो गया। इसकी वजह मशीन में खराबी या सर्वर डाउन होना नहीं थी बल्कि एटीएम में 100 रुपए के नोट ही नहीं थे। ऐसा सिर्फ कौशल के साथ ही नहीं हुआ बल्कि कई लोगों को एटीएम से 100 रुपए के नोट नहीं मिले। यही नहीं जब आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने नौबस्ता के एसबीआई और ग्वालटोली पीएनबी ब्रांच में लगे एटीएम से सौ रुपए निकालने कि कोशिश की तो ट्रांजेक्शन डिक्लाइन हो गया.


बढ़ रही crisis
बैंकों के एटीएम में 100 रुपए के नोटों की क्राइसिस बढ़ती जा रही है। सबसे ज्यादा प्रॉब्लम बैंक ऑफ बड़ौदा के कस्टमर्स फेस कर रहे हैं। 100 रुपए निकालने पर ट्रांजेक्शन डिक्लाइन हो जाता है। अब यह समस्या एसबीआई और पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम में बढ़ गई है। हाई वैल्यू करेंसी वाले कस्टमर्स तो 500 के मल्टीपल में मनी विड्रॉ कर लेते हैं लेकिन लो-वैल्यू करेंसी वाले कस्टमर्स या तो वापस लौट जाते हैं।


नई नहीं है problem 
बैंकों में लोअर-वैल्यू करेंसी की प्रॉब्लम नई नहीं है। पहले भी सरकारी और प्राइवेट बैंकों के कस्टमर्स यह प्रॉब्लम फेस करते रहे हैं। पिछले दिनों आईसीआईसीआई और पीएनबी के एटीएम में भी 100 रुपए के नोट नहीं मिल रहे थे। आईसीआईसीआई बैंक के
घंटाघर और मॉल रोड, पीएनबी और केनरा बैंक के मॉलरोड स्थित एटीएम में कस्टमर्स 100 के मल्टीपल में करेंसी विड्रॉ
नहीं कर पा रहे हैं।

केनरा बैंक के ब्रांच मैनेजर वीके मिश्रा ने 100 रुपए के नोट नहीं निकलने की बात को सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा कि इस वक्त एटीएम में 100 और 500 के नोट अवेलेबल हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा अशोक नगर ब्रांच के मैनेजर सीएस अवस्थी ने बताया कि बैंक में सौ रुपए के नोटों की क्राइसिस है। उन्होंने बताया कि आरबीआई से ही नोट नहीं मिल रहे हैं। एसबीआई के एजीएम पीपी चाचरा के मुताबिक एसबीआई देश का लीडिंग बैंक है। सिटी में सबसे ज्यादा ब्रांचेज एसबीआई की ही हैं। एटीएम में 100, 500 और 1,000 के नोट टाइम टू टाइम अपलोड करवाए जाते हैं। कभी-कभी ज्यादा ट्रांजेक्शन की वजह से 100 रुपए के नोट एटीएम में नहीं बचते हैं।


कहीं साजिश तो नहीं
बात अजीब जरूर लगती है लेकिन कहीं 100 रुपए के नोटों की क्राइसिस जानबूझकर तो पैदा नहीं की जा रही?  ये हम नहीं बल्कि पीएनबी के एटीएम से 1800 रुपए निकालने पहुंचे सर्विसमैन अशोक कुमार का कहना है। उन्होंने कहा कि एटीएम में 100 रुपए लोअर वैल्यू करेंसी होती है। महीने की 1-10 तारीख के बीच में एटीएम का सर्वर सबसे ज्यादा डाउन रहता है। इसी दौरान ज्यादातर सर्विसमैन अपनी सैलरी विड्रॉ करने के लिए एटीएम जाते हैं। कस्टमर्स के पास 500 या 1000 के मल्टीपल में ही पैसा विड्रॉ करने का ऑप्शन बचता है। ऐसे में वो काफी परेशान होते हैं.


RBI ने नकारा
आरबीआई ने 100 रुपए की क्राइसिस को सिरे से नकार दिया है। मैनेजर एडमिनिस्ट्रेशन विजय सोमदेव का कहना है कि बैंकों में 100 रुपए के नोटों की कोई क्राइसिस नहीं है। डिमांड के हिसाब से बैंक्स को करेंसी डिलीवर की जाती है। अगर किसी कारणवश एटीएम में 100 रुपए के नोटों की प्रॉब्लम है तो इसको सॉल्व करवाया जाएगा.