1. वैल्यू ऐडेड सर्विसेज (VAS) :-
मोबाइल पर पोर्न को आप इंटरनेट के जरिए फ्री में भले ही देखते हैं। लेकिन कई बार यह काफी मंहगा पड़ जाता है। कुछ पॉपुलर पोर्न वेबसाइट्स इललीगल तरीके से वैल्यू एडेड सर्विस जोड़कर पैसा कमाने की ताक में रहती हैं। यानी कि एंड्रायड फोन पर पोर्न वेबसाइट खोलते ही यह VAS सर्विस अपने आम एक्टिवेट हो जाती है और बाद में यह आपके मेन बैलेंस से पैसा काट लेता है।

2. पोर्न टिकर :-
एंड्रायड स्मार्टफोन में पोर्न टिकर एक पुरानी समस्या रही है। दरअसल यह पॉपुलर और रजिस्टर्ड पोर्न एप का डुप्लीकेट वर्जन होता है। वैसे देखने में यह असली जैसे ही नजर आते हैं जिसके कारण यूजर्स अक्सर धोखा खा जाते हैं। ये पोर्न टिकर मोबाइल में वायरस भेजने के लिए तैयार किए जाते हैं।

3. सिक्योरिटी को लेकर खतरा :-
सभी एंड्रायड फोन किसी न किसी जीमेल आईडी से लॉग-इन होते हैं। ऐसे में आप जब ऑनलाइन पोर्न देखते हैं तो यह बताता है कि इस लॉग-इन पर पोर्न देखी जा रही है। यह आपके फोन की सिक्योरिटी और प्राइवेसी को खतरे में डाल सकता है साथ ही साइबर क्रिमिनल्स के जाल में भी फंसा सकता है।

4. किया जा सकता है ब्लैकमेल :-

पोर्न साइट्स पर कुछ वायरस ऐसे होते हैं जो आपके डिवाइस को लॉक कर देते हैं। और फिर उन्हें अनलॉक करने के बदले आपको ब्लैकमेल करके पैसे ले लेते हैं। एक बार अगर आप इनके चक्कर में पड़ गए तो ये आपके मोबाइल से कुछ पर्सनल डाटा भी चुराकर रख लेते हैं।

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