ईमानदार छवि के इंस्पेक्टरों की होगी थानों में तैनाती

पुलिस की छवि सुधारने के लिए डीजीपी ने जारी किया आदेश

सरधना व मवाना के इंस्पेक्टर की आ रही है सबसे ज्यादा शिकायतें

Meerut। जिले में साफ छवि व ईमानदार इंस्पेक्टर व दरोगा को थाने का चार्ज मिलेगा। साथ ही उनके पांच साल का का रिकार्ड भी देखा जाएगा। जिस थानेदार के खिलाफ ज्यादा शिकायतें मिलेगी, उसे थाने से लाइन में भेजा जाएगा। गौरतलब है कि डीजीपी ने पुलिस की छवि सुधारने के लिए प्रदेश के एसएसपी व एसपी को निर्देश दिए हैं।

इन थानों से आ रहीं शिकायतें

हालत यह है कि इन दिनों एसएसपी ऑफिस में रोजाना कई थानों से थानेदारों की शिकायतें आ रही हैं।

रोजाना आ रहीं शिकायतें

लिसाड़ी गेट - 8

ब्रह्मापुरी - 4

टीपी नगर - 7

इंचौली थाना - 12

सरधना थाना - 14

मवाना - 12

परीक्षितगढ़ - 9

हस्तिनापुर - 10

पुलिस की छवि पर असर

पिछले छह महीनों में सबसे ज्यादा शिकायतें शहर के थाना लिसाड़ी गेट व टीपी नगर से आ रही है। इसके बाद कंकरखेड़ा व इंचौली थाने से भी लोग एसएसपी के पास शिकायत लेकर पहुंच रहे है। जिससे पुलिस की छवि धूमिल हो रही है। इसके साथ देहात के थानों की हालत तो बहुत खराब है। सरधना, मवाना, परीक्षितगढ़, किठौर के थाने में सबसे ज्यादा बुरा हाल है।

कई थानेदार निशाने पर

सरधना थाना, मवाना थाना, इंचौली थाना, टीपीनगर थाना, सदर थाना, परतापुर जाना, जानी थाना

नहीं चलेगी मठाधीशी

सूत्रों की मानें तो कई इंस्पेक्टर व दरोगा नेताओं के इशारे पर चार्ज पर हैं। अब ऐसे इंस्पेक्टर को भी चिन्हित कर हटाया जाएगा।

कमिश्नर भी जता चुके नाराजगी

बीते दिनों कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार ने क्राइम मीटिंग के दौरान निर्देश दिए थे कि साफ छवि के इंस्पेक्टर व दरोगा को थाने का चार्ज दिया जाए। जिससे पुलिस की छवि सुधर सके। क्राइम की घटना पर रोक लग सके।

यह है आंकड़े

31 - थाने

20- इंस्पेक्टर

210- सब इंस्पेक्टर

350- हेड कांस्टेबल

1500 -कांस्टेबल

कुछ पुलिस इंस्पेक्टर और दरोगा की लगातार शिकायतें आ रही हैं उन्हें वार्निग भी दी गई थी, लेकिन अब उन्हें डीजीपी के आदेश के बाद हटा दिया जाएगा।

मंजिल सैनी, एसएसपी

पीआरओ सेल से मिलेगी सारी सूचनाएं

डीजीपी के निर्देश पर पीआरओ सेल का गठन

इंस्पेक्टर अजय अग्रवाल बने पीआरओ सेल प्रभारी

3 दरोगा की होगी तैनाती

8 सिपाही भी तैनात रहेंगे पीआरओ सेल में

पीआरओ सेल का व्हाट्सअप नंबर

9454404001

पुलिस अधिकारी अब शहर की किसी भी घटना को डीजीपी मुख्यालय से छिपा नहीं सकेंगे। दरअसल, डीजीपी के निर्देश पर मेरठ में स्वतंत्र पीआरओ सेल का गठन किया गया है.डीजीपी ओपी सिंह का आदेश मिलते हीं मेरठ में एसएसपी मंजिल सैनी ने इंस्पेक्टर अजय अग्रवाल को स्वतंत्र मीडिया सेल का प्रभारी बनाया है। इसके अलावा पीआरओ सेल में तीन दरोगा समेत आठ सिपाहियों की भी तैनाती होगी।

लखनऊ करेंगे रिपोर्ट

पीआरओ सेल के माध्यम से जिले की हर छोटी व बड़ी खबर को लखनऊ मुख्यालय में रिपोर्ट किया जाएगा। इसके साथ मीडिया को सभी समाचार उपलब्ध कराए जाएंगे। अभी एसएसपी के पीआरओ सेल में दो इंस्पेक्टर व एक दरोगा समेत आठ सिपाही तैनात हैं, ये टीम अधिकतर एसएसपी के अन्य कार्यो में व्यस्त रहती है।

उन्नाव प्रकरण से सबक

सूत्रों के मुताबिक बीते दिनों उन्नाव मामले ने प्रदेश में सियासी तूफान खड़ा कर दिया था। इस पूरे मामले में पीडि़ता को जब उन्नाव में अधिकारियों से इंसाफ नहीं मिला तो वह सीएम आवास पर आत्मदाह करने पहुंची थी। साथ ही मीडिया ने भी पुलिस द्वारा सही जानकारी उपलब्ध न कराने की बात कही थी। जिसके बाद पुलिस के साथ प्रदेश सरकार की भी किरकिरी हुई थी। इस घटना से सबक लेते हुए अब स्वतंत्र पीआरओ सेल का गठन किया गया है।

तय होगी जिम्मेदारी

दरअसल, वर्तमान में हर एसपी, एसएसपी के मातहत एक या दो पीआरओ तैनात होता है। लेकिन, तमाम जिम्मेदारियों की वजह से वह अपना असल काम नहीं कर पाता। इसी को देखते हुए पीआरओ सेल के गठन की जरूरत महसूस की गई। जिसके तैयार होने पर डीजीपी की मंजूरी मिलते ही इसे सर्कुलर के रूप में जारी कर दिया गया। इसमें पीआरओ सेल की जिम्मेदारी भी तय की गई हैं।

निस्तारण भी सुनिश्चित करेगा सेल

पीआरओ सेल एसपी,एसएसपी कार्यालय में फरियादियों की समस्या को सुनेगा। जिसके बाद संबंधित अधिकारियों तक पहुंचाएगा। इतना ही नहीं फॉलोअप कर उनका निस्तारण भी सुनिश्चित करेगा। इसके अलावा सेल की मीडिया से समन्वय बनाने की भी जिम्मेदारी होगी।