- नक्शा पास कराना हुआ महंगा, 246 रु। प्रति स्क्वॉयर मीटर बढ़ाया गया डेवलपमेंट चार्ज

-इंटीग्रेटेड टाउनशिप डेवलप करने वालों को 300 रुपए पर स्क्वॉयर मीटर न्यूनतम विकास प्रभार भी भरना पड़ेगा

KANPUR: नक्शा पास कराना अब और महंगा होने वाला है। नक्शा पास कराने में लगने वाला डेवलपमेंट चार्ज एक साथ ख्ब्म् रुपए पर स्क्वॉयर मीटर बढ़ा दिया गया है। हालांकि केडीए ऑफिसर अभी तक शासनादेश का इंतजार कर रहे हैं। वहीं प्राइवेट लैंड जुटाकर इंटीग्रेटेड टाउन शिप या प्राइवेट कॉलोनी डेवलप करने वाले डेवलपर्स को फ्00 रुपए नगरीय विकास प्रभार भी भरना पड़ेगा। जाहिर है इस सबकी भरपाई बिल्डर पब्लिक से ही करेंगे। कुल मिलाकर अपना घर बनवाना या फिर फ्लैट बनाना महंगा हो गया है।

मैप पास कराने में बिगड़ेगा का नक्शा

केडीए में मैप पास कराना आसान नहीं है। नक्शा पास कराने में पब्लिक का ही नक्शा बिगड़ जाता है। नक्शा तभी पास होता है, जबकि फाइल के पीछे-पीछे लोग दौड़ते हैं। यही वजह है कि नक्शा पास कराने के लिए हर महीने तकरीबन क्भ्0 लोग आते हैं। लेकिन साल भर में केडीए 800 लोगों के भी मैप पास नहीं हो पाते हैं। इनमें सबसे अधिक रेजीडेंशियल मैप होते हैं। पिछले फाइनेंशियल ईयर में केवल जनवरी तक ही करीब क्09क् मैप केडीए में जमा किए गए थे। जबकि फाइनेंशियल ईयर ख्0क्फ्-क्ब् में केवल 7ब्8 लोगों के द्वारा दाखिल किए गए मैप ही पास हुए। इनमें सबसे म्ख्ख् रेजीडेंशियल बिल्डिंग, क्म् ग्रुप हाउसिंग आदि शामिल हैं। केडीए इम्प्लाइज के सही जानकारी देने के कारण हर महीने दर्जनों लोग मैप पास कराने के लिए दाखिल किए बगैर ही लौट जाते हैं।

क्क्भ्ब् से बढ़ाकर क्ब्00 रुपए

अभी केडीए की स्कीम से इतर प्लॉट न होने पर लोगों से क्क्भ्ब् रुपए पर स्क्वॉयर मीटर डेवलपमेंट चार्ज लिया जाता था। बुधवार को हुई कैबिनेट की मीटिंग में डेवलपमेंट चार्ज बढ़ाकर क्ब्00 रुपए पर स्क्वॉयर मीटर कर दिया गया है। यानि क्00 स्क्वॉयर मीटर के प्लॉट पर लोगों को क्,क्भ्,ब्00 की जगह क्, ब्0,000 रूपए डेवलपमेंट चार्ज भरना पड़ेगा। यानि पहले के मुकाबले करीब ख्भ्00 रुपए अधिक देना पड़ेगा। इसके अलावा मानचित्र शुल्क, मलबा एवं सुदृढ़ीकरण सहित अन्य चार्ज अलग से भरने पड़ेंगे। जिसके चलते लोगों की जेब अब नक्शा पास कराने में बहुत अधिक हल्की हो जाएगी। इसके अलावा प्राइवेट लैंड जुटाकर इंटीग्रेटेड टाउन या कॉलोनी डेवलप करने वाले बिल्डर्स या डेवलपर्स को अब नगरीय विकास प्रभार भी भरना पड़ेगा। जोकि फ्00 रुपए स्क्वॉयर मीटर है। नक्शा पास होने से केडीए को हर साल करोड़ों रुपए रेवेंयू हासिल होता है।

वर्जन

- शासनादेश अभी नहीं आया है। शासनादेश के मुताबिक विकास शुल्क, न्यूनतम विकास प्रभार लिया जाएगा।

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पास हुए मैप

फा.इ। रूटीन- डीम्ड- टोटल

ख्0क्फ्-क्ब् फ्भ्क्- फ्97- 7ब्8

जमा हुए मैप

जोन- मैप जमा हुए

जोन -क् फ्क्क्

जोन-ख् ख्98

जोन- फ् क्म्फ्

जोन-ब् फ्क्9

कब कितना रेवेंयू मिला?

ख्0क्फ्-क्ब्- म्म्9फ्.7ख् लाख

ख्0क्ख्-क्फ्- फ्8भ्ख्.0भ् लाख

ख्0क्क्-क्ख्- फ्7ख्भ्.7ख् लाख

अब डेवलपमेंट चार्ज- क्ब्00 रु। पर स्क्वॉयर मीटर

पहले डेवलपमेंट चार्ज- क्क्भ्ब् रु। पर स्क्वॉयर मीटर

नगरीय विकास प्रभार- फ्00 रु। पर स्क्वॉयर मीटर

मानचित्र शुल्क

आवासीय (फ्00 स्क्वॉयर मीटर से कम एरिया)- भ् रु./ स्क्वॉयर मीटर

आवासीय (फ्00 स्क्वॉयर मीटर से अधिक एरिया)- क्0 रु./ स्क्वॉयर मीटर

ग्रुप हाउसिंग(कवर्ड एरिया पर)- फ्0 रु./ स्क्वॉयर मीटर

कॉमर्शियल (कवर्ड एरिया पर)- ब्0 रु./ स्क्वॉयर मीटर

सबडिवीजन शुल्क

आवासीय- डीएम सर्किल रेट के मुताबिक जमीन की कीमत का ख्.भ् परसेंट

व्यवसायिक- डीएम रेट के मुताबिक जमीन की कीमत का भ् परसेंट

निरीक्षण शुल्क (कवर्ड एरिया पर)- क्फ् रु./ स्क्वॉयर मीटर

मलबा शुल्क (कवर्ड एरिया पर)-ख्9 रु./ स्क्वॉयर मीटर

सुदृढ़ीकरण शुल्क- म्फ् रु./ स्क्वॉयर मीटर

सेस- क्0 लाख से अधिक के निर्माण लागत पर क् परसेंट