एक गुनगुनाती है तो दूसरी भी लगती है गुनगुनाने

vikash.gupta@inext.co.in

ALLAHABAD: एक जैसी हेयर स्टाइल, एक जैसे कपड़े, शूज और गले की चेन भी। आप सोच रहे होंगे ये हम क्या बता रहे हैं। हम बात कर रहे हैं यूके यंग साइंटिस्ट्स ऑफ द इयर 2014 से सम्मानित ट्यून सिस्टर्स अमिता और अनीता कुमार की। साइंस कांक्लेव में ये जुड़वा बहनें पहुंची तो देखने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। कोई उनकी फोटो लेने में लगा रहा तो कोई उन्हें एकटक बस निहारता ही रहा। सभी कुदरत के इस करिश्मे को देखकर आश्चर्यचकित थे।

भारत की हैं रहने वाली

जुड़वा बहनें, दोनों वैज्ञानिक, ऐसा संयोग बहुत कम देखने और सुनने को मिलता है। इसके अलावा भी बहुत कुछ ऐसा है जिसे जानकार आप और ज्यादा रोमांचित होंगे। आईआईआईटी पहुंची इन बहनों की मां प्रिमा ने बताया कि इनका जन्म 1995 में हुआ था। वे मूलरूप से केरला के पायननूर की रहने वाली हैं। बताया कि 2005 में वे अपने बच्चों और पति डॉ। प्रवीण कुमार संग यूके चली गईं। प्रिमा से जब उनकी यंग साइंटिस्ट्स बच्चों के बारे में बात की गई तो उन्होंने रोचक जानकारी देते हुए बताया कि दोनों के बीच काफी कुछ सिमलर है। दोनों का खानपान, पहनावा, सोना-जागना, स्टडी का टाइम, पसंद-नापसंद सब कुछ एक जैसी है। यही कारण है कि साइंस कांक्लेव में दोनों एक ही रंग रूप में संज संवरकर आई हैं। उन्होंने एक रोचक जानकारी देते हुए बताया कि कभी कभी एक कुछ सोच रही होती है या गुनगुना रही होती है तो दूसरे के मन में भी वैसे ही विचार आने लगते हैं। उन्होंने कहा ऐसा क्यों होता है दोनों के साइंटिस्ट होने के बाद भी यह एक रहस्य ही है। इसे आप कुदरत का करिश्मा भी कह सकते हैं।

शुरुआत में पहचाना जा सकेगा कैंसर

दोनों ने अर्ली डायग्नोसिक टूल फॉर कैंसर पर रिसर्च वर्क किया है। इन बहनों का कहना है कि इस रिसर्च वर्क के जरिए यह सिद्ध करने की कोशिश की गई है कि कैंसर का प्राइमरी स्टेज पर ही पता लगाया जा सकता है। अमिता और अनीता ने बताया कि फिलिप एक ऐसा प्रोटीन है जिसका यूज पहले कैंसर सेल और फिर चूहे पर किया गया। दोनों की फाइंडिंग एक जैसी थी। इसी के आधार पर दावा किया जा सकता है कि कैंसर को प्राइमरी स्टेज पर पहचाना जा सकता है। यह वर्क उन्होंने आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में किया। रिसर्च पेपर यूएस के रेप्यूटेड जर्नल पीएनएएस में सबमिट किया जा चुका है। दोनों बहने आगे चलकर डिमेंसिया (भूलने की प्रवृत्तित) पर काम करना चाहती हैं।