तालिबानों ने ले ली जान
तालिबान शासित क्षेत्र में अपने प्रेमी के साथ जीवन गुजारने का फैसला करने वाली एक अफगानी महिला की पत्थरों से मार-मारकर जघन्य हत्या कर दी गई। इस महिला का निकाह उसकी मर्जी के खिलाफ किसी और शख्स से कर दिया गया था, पर उसने अपने प्रेमी के साथ रहने का फैसला किया और उसके साथ भाग निकली। इस जघन्य हत्याकांड की पूरी वारदात का रिकॉर्डेड ग्राफिक वीडियो वायरल हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय अधिकारियों ने मंगलवार को जानकारी दी है कि एक महिला को जमीन में गड्ढा खोदकर उसमें गर्दन तक गाड़ दिया गया और फिर उस पर पत्थरों की बौछार की गई। लोग उसे गालियां देते हुए तब तक पत्थर बरसाते रहे जब तक उसकी मौत नहीं हो गई।

बेरहमी से की हत्या
अधिकारियों ने इस महिला का नाम केवल रुखसाना बताया है जिसकी उम्र 19 से 21 साल के बीच है। वायरल हुए वीडियो में दिख रहा है कि पत्थर मारे जाने के दौरान महिला लगातार शहादा (कलमा) पढ़ रही थी और अंतिम 30 सेकेंड में उसकी आवाज बेहद तेज हो गई थी। फीरोजकोह की राजधानी घोर से करीब 40 किलोमीटर दूर घालमीन इलाके में हुआ यह जघन्य हत्याकांड एक सप्ताह पहले अंजाम दिया गया है। इसकी जानकारी स्थानीय गवर्नर सीमा जोयन्दा ने दी। अफगानिस्तान के केवल दो महिला गवर्नरों में से एक जोयन्दा ने बताया कि रुखसाना की हत्या तालिबान, स्थानीय धार्मिक नेताओं और हथियारबंद कबीलाई लोगों ने पत्थर मार-मारकर कर दी।

ऐसा है तालिबानी कानून
तालिबान शरिया कानून विवाहेतर संबंध बनाने वाले पुरुष और महिला को पत्थर मार-मारकर मौत के घाट उतारे जाने की बात कहता है लेकिन मुस्लिम देशों में इस सजा को बिरले ही अमल में लाया जाता है। 1996 से 2001 के बीच अफगानिस्तान में तालिबान के शासन के दौरान इस तरह की सजा दिया जाना आम बात थी।

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