ऑनलाइन शॉपिंग के आप मैक्सिमम बेनिफिट्स उठा पाएं इसके लिए कुछ फैक्टर्स जैसे अवेलबिलिटी, फेसिलिटी और डिलिवरी क्रइटेरिया के बारे में जान लेना बेहतर होता है। ये फायदेमंद होने के साथ आपको प्रोडक्ट डिलीवरी के बाद होने वाली प्रॉब्लम्स से भी बचाता है।

Availability
 Discount-हेवी डिसकाउंट के चक्कर में आने से पहले ये जान लें कि वो डिस्काउंट रियल है भी या नहीं। इसके लिए पहले साइट पर दिए जाने वाले डिस्काउंट को दूसरी साइट्स से कम्पेयर करना बेहतर होगा। साथ ही एक बार अपने लोकल मार्केट में उस प्रोडक्ट के एकच्युअल प्राइस और उस पर दिए जाने वाले डिसकाउंट के बारे में भी पता कर लें।

Details-प्रोडक्ट की माइनर डीटेलिंग पर भी ध्यान दें, स्पेशली जब आप किसी फुटवियर या आउटफिट की शॉपिंग कर रहे हों तब। फैब्रिक, स्टाइल, साइज की डीटेल्स पूरी तरह से पढऩे के बाद ही ऑर्डर प्लेस करें।
 
Stock-ये चेक कर लें कि जो प्रोडक्ट्स मिल रहे हैं या जिन पर आपको डिस्काउंट मिल रहा है वो लेटेस्ट फैशन के हैं या फिर कंपनी के अनसोल्ड और पुराने स्टॉक में से हैं।
 
Deals-सेम प्रोडक्ट डिफरेंट वेबसाइट्स पर डिफरेंट प्राइसेज पर अवेलेबल होते हैं इसलिए आपके पास ऑप्शन होता है कि कम्पैरिजन करने के बाद बेस्ट डील सेलेक्ट करें।

Facility

Payment-जिस साइट से आप शॉपिंग कर रहे हों उसका पेमेंट मोड ईजी और सेक्योर होना चाहिए। पेमेंट हमेशा क्रेडिट कार्ड से करना सेफ रहता है।

Samples-सैंपल को ध्यान से देखें और प्रोडक्ट की डीटेल्स के बारे में जरूर पता कर लें स्पेशली तब जब आप महंगे आइटम लें।

Customer care-अगर शॉपिंग साइट के कॉन्टैक्ट नंबर्स दिए गए हैं तो आप पहले वर्बल कंवर्सेशन के थ्रू डील के बारे में पूरी इंफॉर्मेशन कलेक्ट कर सकते हैं और उनकी पॉलिसीज के बारे में भी जान सकते हैं।

Delivery
   
डिलीवरी से रिलेटेड कुछ बातें पहले से ध्यान में रखें जैसे:

  • शिपिंग चार्जेस कौन पे करेगा आप या कंपनी, अगर आप तो कितना। ये प्रोडक्ट रिटर्न केस में भी एप्लीकेबल हो सकता है।
  • एमआरपी के अलावा कोई प्रोडक्ट में कोई हिडेन चार्जेस तो नहीं हैं.
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  • प्रोडक्ट डिलीवरी कितने दिनों में होगी.

Check out these

  • ऑर्डर कैंसिल करने पर कंपनी कुछ अमाउंट चार्ज करती है या नहीं। अगर हां तो कितना.
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  • कंपनी का कोई लोकल सर्विस सेंटर है या नहीं या फिर वो आफ्टर सेल सर्विसेज प्रोवाइड करते हैं या नहीं।
  • प्रोडक्ट पर किसी तरह की गारंटी है या नहीं। अगर है तो उसके लिए कौन रिस्पांसिबल होगा और आप कैसे उसका फायदा उठा पाएंगे।
  • फ्यूचर रेफरेंस के लिए ऑर्डर प्लेस करने की एक प्रिंट कॉपी हमेशा अपने पास रखें.

Product exchange, cancellation and cash-back policies

साइट कोई भी हो कैशबैक इतना आसान नहीं होता है। इसलिए ऑनलाइन शॉपिंग करने से पहले अच्छी तरह सोचसमझ लेना चाहिए। प्रोडक्ट कैंसिलेशन के लिए भी हर साइट की एक टाइम लिमिट होती है। उसके अंदर अगर आपने कैंसिलेशन किया तब तो ठीक है, अदरवाइज प्रोडक्ट के लिए आपको पे करना ही पड़ेगा।

हर कंपनी साइट्स की अपनी अलग अलग पॉलिसीज होती हैं, कुछ भी परचेज करने से पहले पॉलिसीज के बारे में पता कर लेना चाहिए। अगर आप परचेज किए प्रोडक्ट को लेकर शिकायत करते हैं तो कंपनीज ऑनलाइन ही आपके शहर में इसके रिपेयरिंग सेंटर्स के बारे में बताती है। इससे कई बार कस्टमर्स को परेशानी भी होती है।

कैशबैक केवल एक ही सिचुएशन में पॉसिबल है अगर आपका प्रोडक्ट पूरी तरह डिफेक्टेड हो। छोटी मोटी शिकायतों को लेकर कैशबैक की डिमांड पर ये पॉसिबल नहीं होगा।

                                                                                                                            -सोनिया सिंह चौहान, ऑनलाइन शॉपिंग एक्सपर्ट