बाजार में जमकर बेची जा रही कम वजन और एक्सपायरी डेट की कोल्ड ड्रिंक्स और आइसक्रीम

11 जून से शहर में अभियान चलाएगा बांट-माप विभाग

Meerut. गर्मियों की शुरुआत के साथ ही आइसक्रीम और कोल्ड डि्रंक्स के बाजार में तेजी आ गई है. मगर यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि आप बाजार में आइसक्रीम या कोल्ड ड्रिंक्स लेने जाएं तो जरा उसका वजन और प्राइस चेक कर लें. कहीं ऐसा न हो कि आपको कम वजन वाली आइसक्रीम या एक्सपायरी डेट वाली कोल्ड ड्रिंक थमा दी जाए.

वजन और प्राइस में गड़बड़ी

गर्मियों के सीजन में आइसक्रीम और कोल्ड ड्रिंक्स की ब्रिकी में हर साल घटतौली का दायरा बढ़ता जा रहा है. गत दो माह में बाट माप विभाग को 35 से अधिक इस प्रकार की शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें कम वजन वाली आइसक्रीम, एक्सपायरी माल की बिक्री और कोल्ड ड्रिंक्स पर निर्धारित प्राइस से अधिक वसूली की जा रही है. यानि की जो आइसक्रीम आप खरीदते हैं जरूरी नहीं उसका वजन पूरा हो या उसकी क्वालिटी खाने लायक हो. ग्राहकों की लापरवाही का फायदा उठाते हुए दुकानदार एक्सपायरी और कम वजन की आइसक्रीम बेच रहे हैं. यही खेल कोल्ड ड्रिंक्स में हो रहा है 12 रुपये की बोतल 15 रुपये और 25 रूपये की बोतल 28 से 30 रुपये में बेची जा रही है. जबकि इन पर एक्सपायरी भी साफ नहीं लिखी होती है.

11 जून से चलेगा चेकिंग अभियान

विभाग में आ रही शिकायतों की जांच और घटतौली पर लगाम के लिए बाट माप विभाग जांच अभियान चलाने जा रहा है. जिसके तहत 11 जून से बाट माप विभाग की टीम शहर में आइसक्रीम और कोल्ड ड्रिंक्स के होल सेलर्स से लेकर फुटकर विक्रेताओं के यहां चेकिंग कर इस प्रकार की शिकायत पर एक्शन लेगी.

निशाने पर आइसक्रीम वेंडर

इस प्रकार की गड़बड़ी में सबसे अधिक शिकायतें प्रतिष्ठित कंपनियों के साथ लोकल आइसक्रीम कंपनी के वेंडरों यानि ठेले पर बेचने वालों द्वारा की जा रही है. वेंडर नए माल के बीच पुराने माल को निकाल देते हैं. अगर ग्राहक एक्सपायरी पकड़ ले तो बदल देते हैं वरना जाने दो. वहीं वजन का मानक किसी ग्राहक द्वारा चेक नहीं किया जाता है. एक किलो आइसक्रीम के पैक में 200 से 300 एमएल तक घटतौली की जा रही है.

कोल्ड ड्रिंक और आइसक्रीम में घटतौली की सबसे अधिक शिकायतें इसी सीजन में मिलती हैं. आइसक्रीम का वजन और एक्सपायरी के साथ कोल्ड ड्रिंक के प्राइज की जांच के लिए 11 जून से विभाग द्वारा अभियान चलाया जाएगा. इसमें चालान भी कटेगा और जुर्माना भी वसूला जाएगा.

आर विक्रम, बाट माप इंस्पेक्टर