JAMSHEDPUR: शरीर पर अनाज का बोरा गिरने से घायल मजदूर की ख्0 अक्टूबर की रात क्क् बजे मौत हो गई। हादसा क्9 अक्टूबर को हुआ था। भुइयांडीह ग्वालाबस्ती निवासी धर्मेद्र साव (फ्भ् वर्ष) गोलमुरी स्थित कमल अग्रवाल की दारा-खल्ली की दुकान में काम करता था। हर दिन की तरह दीपावली के दिन (क्9 अक्टूबर) भी धर्मेद्र काम करने दुकान गया था। दिन के करीब चार बजे काम करने के दौरान उनपर अनाज का बोरा गिर गया। इससे वे गंभीर रूप से घायल हो गया। दीपावली का दिन होने के कारण उस समय अस्पताल ले जाने के लिए उन्हें कोई वाहन नहीं मिला। ख्0 अक्टूबर की सुबह धमेंद्र को एमजीएम अस्पताल ले जाया गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एमजीएम के डाक्टरों ने उन्हें टीएमएच रेफर कर दिया। टीएमएच में भर्ती कराया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें रांची रिम्स ले जाने की सलाह दी। मृतक के भाई जितेंद्र साव ने बताया कि रात क्क् बजे भाई को रांची ले जाने के क्रम में तमाड़ के पास उन्होंने दम तोड़ दिया।

मांगा पांच लाख मुआवजा

परिजनों ने मुआवजा के लिए जमशेदपुर पूर्वी के विधायक प्रतिनिधि पवन अग्रवाल से संपर्क किया। दुकानदार कमल अग्रवाल ने डेढ़ लाख देने की बात कही। उसने तत्काल दाह संस्कार के लिए नकद क्0 हजार नकद दिए और बाकि एक लाख ब्0 हजार रूपये चेक के माध्यम से देने की बात कही। हालांकि समझौता होने के बाद मृतक की पत्नी व परिजनों ने समझौता मानने से इन्कार कर दिया। इसके बाद परिजनों ने मृतक की पत्नी-बच्चों के साथ गोलमुरी थाने पर पांच लाख रुपए मुआवजा की मांग करते हुए हंगामा किया। परिजनों ने शनिवार को शव का अंतिम संस्कार नहीं किया। कहा कि जबतक मुआवजा नहीं मिलेगा, तबतक वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।

थम नहीं रहे आंसू

जैसे ही धमेंद्र साव की मौत की खबर घर पहुंची। घर में कोहराम मच गया। धर्मेद्र की पत्नी पूनम देवी दहाड़ मार-मार कर रोने लगी। मां को रोते देख छोटे-छोटे चारों बच्चे भी रोने लगे। मां-बच्चों को रोता देख हर कोई अपने आंख में आंसू नहीं रोक पाया। मृतक धमेंद्र साव तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। उनके चार छोटे-छोटे बच्चे हैं। बेटे की मौत के बाद पिता शिवनंदन साव पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। वह न कुछ बोल पा रहे हैं और न ही उन्हें कुछ समझ में आ रहा है कि अब आगे क्या होगा।

चीनी के बोरे से दबकर हुई थी मौत

परसुडीह कृषि बाजार समिति परिसर में प्रिंस स्टोर में चीनी के बोरे से दबकर टेंपो चालक रामाशंकर सिंह उर्फ मंटन सिंह की मौत हो गई थी। यह हादसा क्0 अक्टूबर को हुआ था। रामाशंकर (ख्7 वर्ष) पर चीनी के बोरे उस समय गिरे जब वह टेंपो पर लादने के लिए स्टोर के गोदाम से एक बोरी निकाल रहा था। रामाशंकर सिंह कीताडीह ग्वालापट्टी का रहने वाला था।