- बजट में इंश्योरेंस सेक्टर से उम्मीद लगाए लोग

- यूथ और सीनियर सिटीजन चाहते हैं सस्ती दरों पर बेहतर भविष्य

GORAKHPUR: शहर के यूथ में टैलेंट की कमी नहीं है। अभी अपनी-अपनी पहचान बनाने के लिए नए-नए तरीके अपनाने में जुटे हुए हैं। उनके पास न तो नये आइडियाज की कमी है और न ही टैलेंट की, बस जरूरत है कुछ सुविधाओं की, जिससे उनकी गाड़ी सरपट दौड़ने लगे। ऐसे ही यूथ और सीनियर सिटीजन अपने फ्यूचर को सिक्योर रखने के लिए सरकार से काफी उम्मीदें लगाए बैठे हैं। यूथ्स जहां स्टार्टअप के लिए सरकारी इनवेस्टमेंट की राह को और आसान बनवाना चाहते हैं, तो वहीं सीनियर सिटीजन भी टैक्स स्लैब और मिलने वाली सुविधाओं में राहत की उम्मीद लगाए बैठे हैं। इस बजट के बारे में उम्मीदें हैं, इसे जानने के लिए जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने उनसे बात की तो उन्होंने खुलकर अपनी बात रखी।

सीनियर सिटीजन के लिए बीमा के उम्र की अधिकतम सीमा को 59 से अधिक किया जाए। जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग बीमा सुविधा का लाभ ले सकें।

राम उजागर पांडेय

बीमे की रकम को पेंशन के साथ ही एकमुश्त निकालने की भी स्वतंत्रता हो ताकि जब आवश्यकता हो एक मुश्त रकम भी निकाला जा सके।

पार्वती देवी

सभी शहरों के स्टार्टअप के लिए इनक्यूबेशन सेंटर को-वोर्किंग स्पेस सरकार खोले, जिससे यूथ को कम पैसो में वर्कप्लेस मुहैया हो सके।

- अरुण गुप्ता

बीमा की न्युनतम सीमा को 12 साल से कम किया जाए और सस्ती दरों पर भी बीमा की सुविधा सुनिश्चित की जाए,

निखिल श्रीवास्तव

बीमा के लाभ मिलने की न्यूनतम अवधि को कम करके उसे टैक्स फ्री किया जाए। इससे बड़ी संख्या में यूथ बीमा का लाभ ले सकेंगे।

मनोज यादव

इनोवेटिव आइडियाज के तहत किए जाने वाले इनवेस्टमेंट पर सरकार यूथ्स को छूट दे। जिससे अन्य युवा भी प्रेरित हो सकें।

सिद्धार्थ गौतम

देश के बड़े उद्यमियों के सामने स्टार्टअप अपने प्रोडक्ट का प्रजेंटेशन कर सकें तो इससे उन्हें अपने प्रोडक्ट बेचने में सुविधा होगी।

विनय राय, इंवेस्टमेंट एक्सपर्ट

नए आइडियाज को सपोर्ट करने से यूथ प्रोत्साहित होंगे और इससे रोजगार की सम्भावनाएं भी बढ़ेंगी।

- कृष्ण कुमार जायसवाल