- शाहपुर एरिया के बाद बेलीपार में भी पुरानी रंजिश को लेकर हत्याकांड

- भरवल गांव की घटना, पांच बदमाशों ने व्यक्ति को गोलियों से भूना

- मृतक के बेटे की तहरीर पर हिस्ट्रीशीटर समेत पांच के खिलाफ केस दर्ज

GORAKHPUR: जिले में वर्चस्व की जंग में मर्डर का एक ट्रेंड चल निकला है। शाहपुर एरिया में हुए डबल मर्डर को चंद दिन नहीं बीते कि बेलीपार एरिया के भरवल गांव में बुधवार सुबह बाइक सवार पांच बदमाशों ने दौड़ाकर एक व्यक्ति को गोलियों से भून दिया। गोलियों की तड़तड़ाहट से गांव में सनसनी फैल गई। पेट, सिर और कंधे में चार गोली लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मृतक के बेटे की तहरीर पर हिस्ट्रीशीटर समेत पांच लोगों के खिलाफ मर्डर का केस दर्ज कर तलाश शुरू कर दी। उधर, तनाव को देखते हुए गांव में पीएसी तैनात कर दी गई है।

अचानक पहुंचे बदमाश, मार दी गोली

भरवल गांव के रहने वाले 45 वर्षीय संत कुमार निषाद मुंबई में रह कर पेंट पॉलिश का काम करते थे। वह परिवार के साथ मुंबई में ही रहते थे। वे कुछ दिन पहले परिवार के साथ घर आए थे। बुधवार सुबह करीब 8.20 बजे वह गांव के सुधीर शाही से उनके दरवाजे पर बैठकर बात कर रहे थे। इस दौरान पहुंचे बाइक सवार पांच लोगों ने तमंचा लेकर दौड़ा लिया। सुधीर तो बच निकले लेकिन उन लोगों ने संत निषाद का गोली चलाते हुए सुधीर शाही के बरामदे तक पीछा किया। बदमाशों ने संत कुमार पर ताबड़तोड़ गोलियां दागनी शुरू कर दीं। गोली पेट, सिर और कंधे में लगने से वे लहूलुहान होकर गिर पड़े। इसके बाद बदमाश फायरिंग करते हुए फरार हो गए।

गांव में सनसनी

गोलियों की तड़तड़ाहट से गांव में सनसनी फैल गई। बदमाशों के जाने के बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे लेकिन तब तक संत निषाद की मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना पर एसपी दक्षिणी विपुल कुमार श्रीवास्तव और बेलीपार पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

हिस्ट्रीशीटर समेत पांच पर केस

मृतक संत निषाद के बड़े बेटे मंजेश की तहरीर पर पुलिस ने गांव के ही हिस्ट्रीशीटर दिनेश निषाद, उसके भाई रमेश निषाद, साला महादेव, बीडीसी सदस्य अनिल निषाद और बेलीपार निवासी सुंदरम के खिलाफ धारा 302, 147, 504 के तहत केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी। भरवल गांव का रहने वाला दिनेश निषाद कुख्यात अपराधी है। वह बेलीपार थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उस पर बेलीपार, सहजनवां, कैंट, शाहपुर समेत कई अन्य थानों में हत्या, हत्या की कोशिश, लूट आदि गंभीर धाराओं में 28 से अधिक केस दर्ज हैं। शाहपुर थाने से वह गैंगेस्टर में निरूद्ध है। वह एक साल पहले जेल से जमानत पर रिहा हुआ था।

परिवार पर टूटा पहाड़

स्व। शारदा निषाद के दो बेटों में संत निषाद छोटे थे। बड़े भाई शिव प्रसाद और उनका परिवार भी मुंबई में रहता है। मृतक के तीन बेटे 22 वर्षीय मंजेश, 20 वर्षीय लाला और 18 वर्षीय सुजीत हैं। उनकी हत्या के बाद पत्‍‌नी मीरा का रो-रो कर बुरा हाल है।

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वर्चस्व की लड़ाई में गई थी जान

शाहपुर एरिया के शेरू और रानू उर्फ अरविंद सिंह के बीच आपसी रंजिश थी। पहले भी शेरू और रानू ने साथियों के साथ कई बार मारपीट की थी। 23 जनवरी की रात में दुर्गेश उर्फ मंटू ने घर पर दोस्तों को दावत दी थी। दावत में राशिद खान, संदीप, मनीष साहनी, नवनीत मिश्रा उर्फ लकी, अंगेश सिंह व अपने भाई मंटू के साथ दावत कर रहा था। इसी दौरान दस बजे रात में रानू ने फोन कर शेरू को अपशब्द कहे। दोनों शराब के नशे में थे और एक दूसरे को देख लेने की धमकी दी। फिर आवेश में रानू उनके घर पहुंच गया और शेरू को मारने लगा। वहां पर शेरू के दोस्त भी मौजूद थे। इसी दौरान राशिद और शेरू ने गोली चला दी जो रानू को जा लगी। रानू को गोली लगते ही उसका साथी रमेश भागने लगा फिर उसको भी गोली मार दी गई।

वर्जन

पुरानी रंजिश में हत्या की बात सामने आई है। तहरीर के आधार पर पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर उनकी तलाश की जा रही है। पुलिस की अलग-अलग टीमें लगी है, जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

- डॉ। सुनील कुमार गुप्ता, एसएसपी