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PRAYAGRAJ: 'काफी प्रयास किया पर कोई काम नहीं मिल रहा है. काम न मिलने से मैं अपने परिवार की कोई मदद नहीं कर पा रहा हूं. ऐसे में मेरे जीने का कोई मतलब नहीं है. इस जन्म मैं जा रहा हूं, अगले जन्म में आकर पूरे परिवार को खुश रखूंगा.' सुसाइड नोट में अपना दर्द उकेरने के बाद बेरोजगारी का दंश झेल रहे सनी उर्फ अमन (28) ने फांसी लगा ली. घर के कमरे में फांसी के फंदे से झूल रहे उसके शव को देख परिजन चीख पड़े. परिवार में रोने-पीटने की आवाज सुन पड़ोसी भी इकट्ठा हो गए. जानकारी होते ही पहुंची धूमनगंज पुलिस ने उसके शव को नीचे उतारा और कमरे की तलाशी ली.

डिप्रेशन का था शिकार
धूमनगंज थाना क्षेत्र के ट्रांसपोर्ट नगर निवासी अजय जायसवाल आरटीओ ऑफिस के पास फोटो स्टेट की दुकान चलाते हैं. इसी दुकान की इनकम से पूरे परिवार का खर्च चलता है. मंगलवार दोपहर उसके बेटे सनी ने कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. कमरे में लटक रहे बेटे के शव को देख परिवार में कोहराम मच गया. लोगों ने जानकारी पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फांसी के फंदे से नीचे उतारा. इसके बाद कमरे की जांच शुरू की गई. कमरे के अंदर पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला. पुलिस के मुताबिक सुसाइड नोट में लिखी बातों से यह स्पष्ट है कि वह बेरोजगारी से तंग आ चुका था. इसी वजह से उसने खुदकुशी कर ली. पूछताछ में परिवार वालों ने भी बताया है कि वह कई माह से काम को लेकर काफी डिप्रेशन में चल रहा था.