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LUCKNOW: 'अगर कोई राम मंदिर निर्माण करेगा तो हम ही करेंगे। जनेऊ दिखाने वाले नहीं कर सकते, वो जनेऊ दिखाते हैं लेकिन, राम और कृष्ण को नहीं मानते।' अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर दावा और इशारों ही इशारों में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर यह तंज किया सीएम योगी आदित्यनाथ ने। वे रविवार को लखनऊ यूनिवर्सिटी द्वारा आशियाना स्थित स्मृति उपवन में आयोजित युवा कुंभ को संबोधित कर रहे थे। आयोजन को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यपाल राम नाईक, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, आरएसएस के सह सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले, फिल्म निर्माता मधुर भंडारकर, अभिनेता रवि किशन, ओलंपियन विजेंदर सिंह, योग गुरु बाबा रामदेव, पहलवान सुशील कुमार, एलयू वीसी डॉक्टर एसपी सिंह समेत विभिन्न हस्तियों ने शिरकत की और हिंदुत्व व राष्ट्रवाद पर अपने विचार रखे।

कुंभ नहीं किसी का विरोधी
रविवार सुबह स्मृति उपवन पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ व राज्यपाल राम नाईक ने दीप प्रज्जवलित कर युवा कुंभ का औपचारिक शुभारंभ किया। इस मौके पर देश भर से जुटे युवाओं को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने युवाओं से कहा, 'हम अपनी परंपरा और संस्कृति से जुड़ें। अतीत से भटका व्यक्ति वर्तमान का त्रिशंकु हो जाता है। हमारा युवा त्रिशंकु नहीं हो सकता है।' आह्वान किया कि उन्हें चिन्हित करें जो राष्ट्रमाता के खिलाफ षड्यंत्र कर रहे हैं। कहा कि कुछ लोग कुंभ को महिला विरोधी, दलित विरोधी, समाज विरोधी और पर्यावरण विरोधी के रूप में दुष्प्रचारित कर रहे हैं, जबकि हिंदुओं का कोई भी आयोजन, पर्व किसी का विरोधी नहीं होता। हम वसुधैव कुटुंबकम की सोच से चलते हैं।

डेढ़ साल में दी डेढ़ लाख नौकरी
योगी ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगर भारत दुनिया का सबसे युवा देश है तो यूपी देश का सबसे युवा राज्य है। क्योंकि, यहां पर सबसे ज्यादा युवा हैं। अपनी सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए सीएम योगी ने कहा कि बीते डेढ़ साल में हमारी सरकार ने डेढ़ लाख नौकरी देकर युवाओं को सम्मानजनक जीवन जीन का अवसर प्रदान किया है। बताया कि 69 हजार सहायक अध्यापकों की नौकरी दी जा रही है। यह सब चलता रहेगा लेकिन इस बीच हमें अपनी संस्कृति से दूरी नहीं बनने देनी है।

450 वर्षों बाद खुलेंगे अक्षय वट के दर्शन
जनवरी में शुरू हो रहे कुंभ के बारे में जानकारी देते हुए सीएम योगी ने कहा कि कुंभ को पहली बार दुनिया ने मान्यता दी है। यूनेस्को ने इसे दुनिया की सबसे अद्भुत धरोहर कहा है। उन्होंने बताया कि प्रयागराज में स्थित अक्षय वट के दर्शन 450 वर्षों बाद आम श्रद्धालुओं के लिये खुलेंगे। कुंभ के बाद इसे प्रत्येक दिन के लिये खोल दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि हाल ही में पीएम मोदी ने अक्षय वट के दर्शन किया था। कहा कि, प्रयागराज के सभी आश्रमों का जीर्णोद्धार कराया गया है। पहली बार प्रयागराज आने के लिये जल, थल और नभ से आ सकेंगे। हर किसी को मोटरबोट, हवाई जहाज, सड़क व ट्रेन से आने-जाने की सुविधा मिलेगी।

इलाहाबाद नहीं प्रयागराज में हो रहा कुंभ
राज्यपाल राम नाईक ने हाल ही में इलाहाबाद के नाम परिवर्तन को विशेष तौर से इंगित करते हुए कहा कि इस बार का कुंभ इलाहाबाद में नहीं बल्कि, प्रयागराज में होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि ये मान्यता है कि मरते हुए व्यक्ति के मुंह में गंगा जल की दो बूंद डालने से मोक्ष मिलता है। लेकिन, आज जिंदा आदमी भी गंगा की दो बूंद पीने को तैयार नहीं होता। लेकिन, इसमें बदलाव हो रहा है। कहा कि, कुछ लोग यूपी को पिछड़ा बोलते हैं। महिलाओं पर ध्यान नहीं दिया जाता लेकिन, अब ये सब बदल गया है। कानपुर, वाराणसी, गोरखपुर, आगरा में यूनिवर्सिटी में लड़कियों ने ज्यादा से ज्यादा पदक प्राप्त किये हैं।

हिंदू होना धर्मनिरपेक्षता की गारंटी: डाॅक्टर कृष्णगोपाल
युवा कुंभ को संबोधित करते हुए आरएसएस के सह सरकार्यवाह डॉक्टर कृष्णगोपाल ने कहा कि हिंदुओं की बदौलत ही भारत धर्मनिरपेक्ष है। भारत एक है, अखंड है जिसका श्रेय हिंदुओं को जाता है। हमारी हिंदू संस्कृति ही है जो विभिन्न भाषाओं, संस्कृतियों और धर्मों को समान सम्मान देती है। उन्होंने कहा कि चर्चिल कहा करते थे कि अगर हम भारत को छोड़ देंगे तो वह बिखर जाएगा। इतिहास साक्षी है कि सोवियत संघ बिखर गया, संयुक्त राज्य अमेरिका में बिखराव की स्थिति है। आयरलैंड अलग होने के लिये संघर्ष कर रहा है। लेकिन, आजादी के 70 साल बाद भी भारत एक है, एक रहेगा। दरअसल, इसकी वजह यहां की अध्यामिक्ता है। भारत राष्ट्र पश्चिमी देशों जैसा नहीं है। हमारी आधारशिला अध्यात्म है। धर्म है और यही वजह है कि हजारों साल से लोग गंगा तट की ओर बिना किसी आमंत्रण के खिंचे चले आते हैं। कृष्णगोपाल ने कहा कि भारत किसी की कृपा पर नहीं बल्कि, हिंदुओं की बदौलत एक है। हमारी अंतरात्मा में हिंदुत्व का भाव सुरक्षित है।

फेमिनिस्ट नहीं फैमिली संजोने वाले लोग चाहिये: आंबेकर
आरएसएस के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुनील आंबेकर ने कहा कि युवाओं को इतिहास की जानकारी होना बेहद जरूरी है। आजादी के बाद से युवाओं को इतिहास के काफी बड़े हिस्से से अनभिज्ञ रखा गया। कहा कि, हमें ऐसी कोर्ट नहीं चाहिये जो आधी रात को आतंकियों के लिये खुलती हो, ऐसे वकील नहीं चाहिये जो उनके लिये लड़ते हों। देश में कई अच्छे लोग भी हैं उनको बढ़ावा देना होगा। फेमिनिस्ट पर दुनियाभर में चल रही बहस पर आंबेकर ने कहा कि एक बार रूस में फेमिनिस्ट पर चर्चा चल रही थी, जिसमें मैने कहा कि मेरा देश फेमिनिस्ट नहीं फैमिलिस्ट देश है। कहा कि यह सिर्फ युवा कुंभ नहीं बल्कि, युवा संकल्प है। देश के युवा ये बताने के लिये इस कुंभ में आए हैं कि ये भारत 1947 का भारत नहीं। देश में होने वाले हर काम देश की संस्कृति, देश की वीरता से जुड़ा होना चाहिये। कहा हमें कसाब को चर्चा का विषय न बना के भगत सिंह पर चर्चा करनी चाहिये।

आतंकियों के लिये रात में कोर्ट खुलना दुर्भाग्यपूर्ण: मोनिका अरोरा
अपने राष्ट्रवादी विचारों के लिये सोशल मीडिया पर लोकप्रिय दिल्ली यूनिवर्सिटी की पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट मोनिका अरोरा ने अपने संबोधन को राम मंदिर और राष्ट्रवाद पर ही केंद्रित रखा। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम पैदा हुए, इस पर किसी संशय का सवाल नहीं। फिर इस बात पर बहस क्यों कि जन्मभूमि पर राम मंदिर बने या नहीं। उन्होंने कहा कि राम मंदिर का मसला देश की अस्मिता से जुड़ा हुआ है। राम जन्मभूमि का विवाद 500 साल से चल रहा है। 76 बार इसे लेकर युद्ध हो चुके हैं। 70 साल से कोर्ट में केस पेंडिंग है। पांच साल से सुप्रीम कोर्ट में केस पेंडिंग है। इस पर सुप्रीम कोर्ट को तुरंत सुनवाई शुरू करनी चाहिये। दुर्भाग्य की बात है कि सुप्रीम कोर्ट तीन तलाक पर सुनवाई कर सकती है, धारा 377 पर सुनवाई कर सकती है। आतंकी याकूब मेमन के लिये तो सुप्रीम कोर्ट रात में सुनवाई कर सकती है लेकिन, राम मंदिर पर कोर्ट का कहना है कि यह विषय उसकी प्राथमिक्ता में नहीं है। 

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