-दिसंबर माह में अधिकतम तापमान ने 21वीं सदी का अब तक तोड़ा रिकॉर्ड, 12.8 डिग्री तक पहुंचा अधिकतम तापमान

-जीरो विजिबिलिटी के कारण घाटों से लेकर सारनाथ तक में घट गई सैलानियों की संख्या

-देश दुनिया में फेमस बनारस की सुबह पर ठंड और कोहरे का पड़ा गहरा असर

VARANASI : ठंड के कड़े तेवर एक के बाद एक रिकॉर्ड को ब्रेक करते हुए नये रिकॉर्ड बनाने में लगी हुई है। बीते दिनों क्0 सालों के न्यूनतम तापमान के रिकॉर्ड को ब्रेक कर ठंड ने दिसम्बर महीने में न्यूनतम टेम्प्रेचर ब्.क् डिग्री का नया रिकॉर्ड बनाया और रविवार को ठंड ने ख्क्वीं सदी में दिसम्बर के सबसे ठंडे दिन यानि अधिकतम तापमान के रिकॉर्ड को भी ब्रेक कर दिया। रविवार को अधिकतम तापमान गिरता हुआ क्ख्.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया और लोग ठिठुरने पर मजबूर दिखे। वहीं ठंड के चलते बनारस की पहचान 'सुबह ए बनारस' इन दिनों गुम हो गई है। कोहरे और ठंड में बनारस की इस सुबह का दीदार करने की चाहत लेकर आने वाले सैलानी घाटों और सारनाथ जाकर इस सुबह का आनंद लेने की जगह अपने होटल के कमरों में कैद होकर ही बनारस ट्रिप को एंजॉय कर रहे हैं।

कांप गए लोग

रविवार को ठंड के आगे लोग पस्त दिखे। जैकेट से हाथ बाहर निकलते ही लोगों को ठंड के कड़े रुख का एहसास हो रहा था। मौसम विज्ञानी प्रो। एसएन पांडेय ने बताया कि ख्क्वीं सदी में दिसंबर माह का अब तक के गिरावट का रिकॉर्डतोड़ तापमान संडे को दर्ज किया गया है। दिसंबर माह में इससे पहले अधिकतम तापमान इतना कभी भी नहीं गिरा था। ख्ब् घंटे में अधिकतम तापमान ख्.ख् डिग्री सेल्सियस गिरकर क्ख्.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा। एक दिन पहले यह क्भ् डिग्री सेल्सियस पर था। वहीं न्यूनतम तापमान भी ख्.क् डिग्री गिरकर म्.ख् से ब्.क् डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।

कोहरे के आगे सूरज हुआ पस्त

सुबह ठिठुरा देने वाली ठंड से लोगों को दोपहर बाद कुछ राहत तब मिली जब सूरज ने दर्शन दिए लेकिन ठंड के आगे वह भी बेअसर दिखा। वहीं सुबह शुरू हुए कोहरे का कहर दोपहर तक बना रहा और धूप में भी कोहरे ने लोगों को परेशान किया। शीतलहर के प्रकोप से जनजीवन अस्त व्यस्त रहा। आदमी तो ठंड से बचने के लिए कुछ न कुछ उपाय तो कर ही ले रहे हैं लेकिन मवेशी और पशु पक्षी बेहाल रहे। सड़कों पर चलने वालों का हाल यह रहा कि सड़क पर निकले तो कपड़ों में पूरी तरह कवर दिखे। मौसम के इस तेवर को देखते हुए मौसम वैज्ञानिक प्रो। पांडेय बताते हैं कि पश्चिमी विक्षोभ के पीछे चलने वाली ठंडी हवा ने पूर्वाचल को घेर रखा है। हवा की गति भी सतह से लेकर साढ़े पांच किमी ऊपर तक तेज और उत्तरी पश्चिमी है। यानी हिमालय की ओर से चली ठंडी हवा यहां तक पहुंच गई है। जिसका असर दो दिनों तक बने रहने की पूरी उम्मीद है।

- संडे को दिन और रात के तापमान में बहुत ज्यादा अंतर न रह जाने से लोग पूरा दिन ठिठुरने पर मजबूर दिखे

- दिन में धूप के बाद भी गलन से लोग दिखे परेशान

- कोहरे का प्रकोप सुबह से लेकर दोपहर तक बना रहा

- दिन रात दोनों वक्त गलन और ठंड के बाद भी कहीं नहीं रहा अलाव का इंतजाम

- लोग स्वयं ही टायर ट्यूब और लकड़ी आदि जलाकर सेंकते रहे आग

- मौसम वैज्ञानिक प्रो। एसएन पांडेय के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के पीछे चलने वाली बर्फीली हवाओं ने पूर्वी उत्तर प्रदेश को जकड़ा हुआ है

- इस वजह से तेज बर्फीली हवाएं बढ़ा रही हैं ठंड

- मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अभी कम से कम दो दिन तक गलन ऐसे ही रहेगी बरकरार

कोहरे ने बिगाड़ा सैलानियों का मजा

- रविवार की सुबह कोहरे ने लोगों को काफी परेशान किया

- कोहरे और ठंड का असर सबसे ज्यादा बनारस की टूरिज्म इंडस्ट्री पर पड़ रहा है

- ठंड के कारण पूरी दुनिया में फेमस सुबह-ए-बनारस का दीदार करने जाने से कतरा रहे हैं सैलानी

- जो सैलानी सुबह जल्दी उठकर घाटों पर पहुंच भीे रहे हैं उनको कोहरे की चादर के कारण नहीं दिख रहा है कोई भी नजारा

- सारनाथ, बीएचयू में भी कोहरे के प्रकोप के कारण पर्यटकों की संख्या सुबह हो गई है न के बराबर

- बाहरी इलाकों में कोहरे के कारण विजिबिलटी हो गई जीरो

- जिसके कारण ट्रेने, बसेज हुई लेट

- सड़क पर कोहरे का कहर बढ़ने के कारण लोगों को कई परेशानियों का करना पड़ा सामना

इस ठंड में जरा बचके

- ठंड के बढ़ने के साथ बढ़ रही है लोगों की मुसीबत

- इस वेदर में बच्चे और बुजुर्ग हो रहे हैं सबसे ज्यादा परेशान

- अस्थमा पेशेंट्स को भी ठंड के कारण हो रही है परेशानी

- मॉर्निग वाक पर जाने वाले भी ठंड के कारण अवॉयड कर रहे हैं मॉर्निग वॉक

- इसलिए जरूरी है कि ऐसे मौसम में हम खुद रहें बचकर

- ठंड में खुद को सेफ रखने के लिए गर्म कपड़ों को ज्यादा से ज्यादा करे प्रयोग

- घर से बाहर निकले तो खुद को अच्छे से कवर करके निकले

- अपने कान, सिर को अच्छे से करें कवर

-क्योंकि ठंड का असर सबसे ज्यादा कान और सिर से ही होता है

- बगैर गर्म टोपी के न निकलें घर से

- कोशिश करें कि अपने पास अजवाइन का सत जरूर रखें

- ठंड लगने पर अचानक कहीं रुककर आग न तापें

- क्योंकि अचानक से आग के सामने जाने से बाडी टेम्प्रेचर बढ़ने लगता है और गर्म सर्द की प्रॉब्लम हो सकती है

- अगर आप ठंड में टू व्हीलर चला रहे हैं तो कुछ कुछ दूर पर गाड़ी रोककर हाथों को रिलैक्स करें क्योंकि ठंड में हाथ अकड़ जाते हैं जिससे हाथों के सुन्न होने का खतरा बना रहता है

- मॉर्निग वॉक पर अगर जा रहे हैं तो खुद को गर्म कपड़ों में कवर कर ही निकलें

- थोड़ा दौड़ने के बाद पसीना आने पर गर्म कपड़ों को न उतारें

- क्योंकि पसीना आने पर गर्म कपड़ों को उतारने के कोल्ड डायरिया के हो सकते हैं शिकार

- सर्दी जुकाम को हल्के में न लें और घरेलू उपचार करने की जगह तुरंत डॉक्टर को दिखाएं

(जैसा कि जनरल फिजीशियन डॉ। केपी पाठक ने बताया.)

तीन दिनों में यूं रहा तापमान का हाल

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