उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के सांस्कृतिक उत्सव चलो मन गंगा यमुना तीर का तीसरा दिन

परेड ग्राउंड के भव्य मंच पर कलाकारों ने दिखाई देश के लोकनृत्य व लोक संस्कृति की अनोखी छटा

ALLAHABAD: मकर संक्रांति के स्नान पर्व के दिन उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के दस दिवसीय सांस्कृतिक उत्सव का मुख्य आकर्षण गंगा अवतरण पर केन्द्रित नृत्य नाटिका रही। लखनऊ घराने से ताल्लुक रखने वाली गीता भट्ट ने आकर्षक भाव भंगिमा के जरिए समां बांधा तो उड़ीसा के प्रख्यात लोकनृत्य छाऊ का फ्यूजन कर गंगा अवतरण पर नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी।

कुमाऊनी लोक नृत्य प्रस्तुत किया

उत्तराखंड से आए मनोज पांडेय व उनकी टीम ने कुमाऊंनी लोकनृत्य की प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध किया तो मिर्जापुर के कलाकार जटाशंकर ने साथियों के साथ चौलर नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी। आयुष भटनागर व उनकी टीम ने सुगम संगीत के जरिए मां गंगा पर आधारित मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है व गंगा मइया में जब तक की पानी रहे जैसे गीतों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया।

समापन पर कलाकारों ने देश की बहुरंगी संस्कृति का बेहतरीन नजारा पेश किया। कश्मीर के रूफ, असम के बिहू व मध्य प्रदेश के कलाकारों ने वहां के प्रख्यात लोकनृत्य गुडुमबाजा की प्रस्तुति की। केन्द्र के निदेशक इंद्रजीत ग्रोवर ने कलाकारों की हौसलाफजाई कर स्वागत किया। संचालन रेनुराज सिंह का रहा।