फेसबुक का आदर्श था लोगों को जोड़ना

वाशिंगटन (एएफपी)। जकरबर्ग ने कहा कि फेसबुक का आदर्शवादी होना ही उसकी समस्या थी। फेसबुक लोगों को सकारात्मक रूप से जोड़ने को ध्यान में रखकर विकसित किया गया था। कंपनी ने इस बात को लेकर कभी ध्यान ही नहीं दिया कि कुछ लोग इसका गलत इस्तेमाल भी कर सकते हैं। अब लगता है कि लोग अच्छी तरह से इसके खतरों और दुरुपयोग पर ध्यान देने लगे हैं। जकरबर्ग का कहना था कि हम इसी कमी को सुराग बनाकर सब ठीक कर देंगे लेकिन इसमें कुछ समय लगेगा। जकरबर्ग ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वे इन कमियों को 3 महीने में या 6 महीने में दुरुस्त कर देंगे। इसके बावजूद उन्हें वास्तविकता का आभास है कि जब वे समस्याओं का हल खोजने बैठेंगे तो इससे ज्यादा समय लगेगा।

एप्पल के टिम कुक पर बरसे जकरबर्ग

एक सप्ताह पहले फेसबुक की आलोचना की थी। टिम ने कहा था कि अपने बिजनेस मॉडल की चलते फेसबुक आज मुसीबत में पड़ी है क्योंकि वे लोगों के डाटा से पैसा बनाने में लगे हुए थे। इसके जवाब में जकरबर्ग ने कहा कि उनकी ये बातें सतही और सच्चाई से परे है कि यदि आप पैसे नहीं देंगे तो हम आपकी परवाह नहीं करेंगे। जबकि वास्तविकता यह है कि जब आप दुनिया भर में लोगों को आपस में जोड़ने की कोई सेवा उपलब्ध उपलब्ध कराएंगे तो बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो इस सेवा के लिए पैसा नहीं दे सकते। ऐसे में उन लोगों को सेवा उपलब्ध कराने के लिए विज्ञापन आधारित मॉडल ही एकमात्र समझदार उपाय है, जिसे बहुत सारे मीडिया समूह अपनाते रहे हैं।

डाटा लीक से हुए असर को कम करना

फेसबुक के सीईओ का साक्षात्कार का उद्देश्य फेसबुक डाटा लीक से मचे बवाल को कम करना था। ध्यान रहे कि एक कंपनी ने 5 करोड़ फेसबुक यूजर्स का डाटा चुरा लिया था। 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान डोनाल्ड ट्रंप के प्रचार अभियान का प्रबंध करने वाली कंपनी ने उन आंकड़ों का अपने क्लाइंट के फेवर में दुरुपयोग किया था। अटलांटिक के दोनों ओर के अथॉरिटीज ने यूजर डाटा के लीक होने और उनके दुरुपयोग के लिए जांच बैठा दी है। जकरबर्ग को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है।

National News inextlive from India News Desk